नई दिल्ली : इजरायल ने ईरान पर हमला कर दिया है. इजरायली सेना ने ईरान की राजधानी तेहरान में बमों से हमला किया है. इसके अलावा इजरायल ने ईरानी आर्मी के ठिकानों और उसने न्यूक्लियर ठिकानों पर हमला किया है. इज़रायल ने शुक्रवार सुबह कहा कि उसने ईरान पर हमला किया है. ईरानी मीडिया ने बताया कि तेहरान में विस्फोटों की आवाज सुनी गई. इज़रायल ने कहा कि वह तेहरान द्वारा मिसाइल और ड्रोन हमले की आशंका में आपातकाल की स्थिति घोषित कर रहा है. इज़रायल के एक सैन्य अधिकारी ने कहा कि इज़रायल “दर्जनों” परमाणु और सैन्य टारगेट पर हमला कर रहा है।
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इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू ने कहा है कि इजरायल ने ईरान के लिए परमाणु बम बना रहे वैज्ञानिकों पर भी हमला किया है. प्रधानमंत्री नेतान्याहू ने कहा कि हमने नतांज में ईरान के मुख्य न्यूक्लियर प्लांट को निशाना बनाया, हमने ईरानी बम बनाने पर काम कर रहे प्रमुख ईरानी परमाणु वैज्ञानिकों को निशाना बनाया, तथा हमने ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के केन्द्र पर भी हमला किया. नेतान्याहू ने इस हमले के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप को धन्यवाद दिया है. उन्होंने कहा कि मैं राष्ट्रपति ट्रम्प को उनके नेतृत्व और ईरान के परमाणु कार्यक्रम का सामना करने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं. इजरायली हमले में ईरान के Revolutionary Guards के चीफ कमांडर हुसैन सलामी भी मारे गए हैं. ईरानी मीडिया ने इसकी पुष्टि की है. ईरान का रिवोल्यूशनरी गार्ड इस देश के मुख्य शक्ति केंद्रों में से एक है. यह ईरान के बैलिस्टिक मिसाइलों के शस्त्रागार को भी नियंत्रित करता है।
द टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार सलामी के अलावा इस हमले में इस्राइल का मानना है कि ईरान के सैन्य प्रमुख मोहम्मद बाघेरी, सेना के शीर्ष अधिकारियों के अन्य सदस्य और वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिक भी ईरान पर आईडीएफ के शुरुआती हमलों में मारे गए. नेतन्याहू ने कहा कि ऑपरेशन ‘जब तक जरूरत होगी तब तक जारी रहेगा’, उन्होंने कहा कि अगर हम अभी कार्रवाई नहीं करेंगे, तो अगली पीढ़ी नहीं आएगी. इस हमले के बाद इराक ने अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया है. अब इराक के सभी एयरपोर्ट बंद हैं. कहीं से भी विमानों की आवाजाही नहीं हो रही है।
इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल कैट्ज ने ईरान पर इजरायल के हमले के बाद पूरे देश में आपातकाल की घोषणा की है. कैट्ज ने चेतावनी दी कि इजरायल और उसके नागरिक आबादी को निशाना बनाकर मिसाइल और ड्रोन हमले बहुत जल्द होने की उम्मीद है. उन्होंने पूरे देश के घरेलू मोर्चे पर इस आपातकाल की स्थिति को लागू करने के लिए एक विशेष आदेश पर हस्ताक्षर किए. पूरे इजरायल में सायरन बजने के साथ ही प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान के खिलाफ हवाई हमले जारी रहने के दौरान अपने सुरक्षा मंत्रिमंडल की तत्काल बैठक बुलाई है. द टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार इजरायली हमले के बाद ईरान ने राजधानी के मुख्य अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे इमाम खुमैनी पर उड़ानें निलंबित कर दी हैं, क्योंकि तेहरान के आसपास जोरदार धमाके सुनाई दिए हैं।
द टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार ईरान के केंद्रीय प्रांत इस्फ़हान के नतांज शहर में विस्फोटों की आवाज सुनी गई, जहां एक प्रमुख परमाणु स्थल स्थित है, द टाइम्स ऑफ इजरायल ने ये जानकारी ईरानी सरकारी टीवी की रिपोर्ट के आधार पर दी है. जानकारी के अनुसार “नतांज़ में ज़ोरदार विस्फोटों की आवाज़ सुनी गई,” जहां मुख्य यूरेनियम संवर्धन सुविधाओं में से एक स्थित है. ईरान के पास फ़ोर्डो और नतांज़ में दो भूमिगत परमाणु साइट हैं. ईरान के सरकारी समाचार पत्र नूर न्यूज ने पुष्टि की कि शुक्रवार की सुबह तेहरान के उत्तर-पूर्व में धमाके की सूचना मिली है।
दो अमेरिकी अधिकारियों ने रॉयटर्स से पुष्टि की कि “इजरायल ने ईरान में हमले किए हैं” और स्पष्ट रूप से कहा कि इसमें “अमेरिका की कोई भागीदारी या सहायता नहीं थी.” इजरायल की ओर से किए गए इस हमले के बाद मध्य-पूर्व के टेंशन में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है. इस हमले पर इजरायली सेना ने बयान जारी किया है. IDF ने कहा, “कुछ समय पहले, राजनीतिक नेतृत्व से निर्देश के बाद, IDF ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर हमला करने के लिए उच्च गुणवत्ता वाली खुफिया जानकारी के आधार पर एक पहले से तय, सटीक और संयुक्त आक्रमण शुरू किया, और यह ईरानी शासन द्वारा इजरायल के खिलाफ जारी आक्रामकता के जवाब में किया गया. कुछ ही समय में, दर्जनों IAF जेट ने पहला चरण पूरा कर लिया, जिसमें ईरान के अलग अलग क्षेत्रों में परमाणु लक्ष्यों सहित दर्जनों मिलिट्री टारगेट पर हमले शामिल थे।
जनता से अनुरोध है कि वे IDF होम फ्रंट कमांड के निर्देशों का पालन करें, जिन्हें आवश्यकतानुसार अपडेट किया जाएगा, और शांति और जिम्मेदारी से कार्य करें. IDF और संबंधित अधिकारी रक्षा और आक्रमण में कई तरह के सीन के लिए तैयार हैं जिनकी आवश्यकता हो सकती है. IDF ने कहा कि ईरानी शासन वर्षों से इजरायल राज्य के खिलाफ आतंक का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष अभियान चला रहा है, मध्य पूर्व में अपने प्रॉक्सी के माध्यम से आतंकवादी गतिविधियों को फाइनेंसिंग और निर्देशित करके परमाणु हथियार प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है. इजरायल डिफेंस फोर्सेज के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल इयाल ज़मीर का कहना है कि सेना “हजारों सैनिकों को जुटा रही है और सभी सीमाओं पर तैयारी कर रही है.”
उन्होंने कहा, “मैं चेतावनी देता हूं कि जो कोई भी हमें चुनौती देने की कोशिश करेगा, उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.” लेफ्टिनेंट जनरल इयाल ज़मीर ने कहा कि, “इस समय कठिन निर्णय लेना और यह विश्वास रखना आवश्यक है कि लिए गए सभी निर्णय स्थिति की गंभीरता को देखते हुए लिए गए हैं. इजरायल के लोगों मैं पूर्ण सफलता का वादा नहीं कर सकता. ईरानी शासन जवाब में हम पर हमला करने का प्रयास करेगा. अपेक्षित लागत उससे अलग होगी, जिसकी हम आदी हैं.” इस हमले पर अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि आज रात इजरायल ने ईरान के खिलाफ़ एकतरफ़ा कार्रवाई की. हम ईरान के खिलाफ़ हमलों में शामिल नहीं हैं और हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता क्षेत्र में अमेरिकी सेना की सुरक्षा करना है. इज़रायल ने हमें सलाह दी कि उनका मानना है कि यह कार्रवाई उसकी आत्मरक्षा के लिए ज़रूरी थी. राष्ट्रपति ट्रम्प और प्रशासन ने हमारी सेनाओं की सुरक्षा के लिए सभी ज़रूरी कदम उठाए हैं और हमारे क्षेत्रीय भागीदारों के साथ निकट संपर्क में बने हुए हैं. मैं स्पष्ट कर दूं कि ईरान को अमेरिकी हितों या कर्मियों को निशाना नहीं बनाना चाहिए।
