JAMTARA : जामताड़ा साइबर थाने की पुलिस के हत्थे दो हाईप्रोफाइल साइबर ठग चढ़े हैं। ये शातिर साइबर ठगी तो करते ही थे, इसके साथ साइबर ठगों की रकम को ठिकाने के लिए उनसे विभिन्न कंपनियों के गिफ्ट वाउचर भी 60 फीसदी पर खरीदते और उन्हें अन्य लोगों को 80 फीसदी पर बेचकर मुनाफा कमाते थे। इतना ही नहीं, इन शातिरों ने दर्जनों साइबर ठगों से संपर्क साध रखा था और उनके पैसों को जामताड़ा समेत अलग-अलग जिलों के विभिन्न बैंक एटीएम से निकालकर उन्हें ठगों तक पहुंचाते और इस एवज में उनसे कमीशन लेते थे। इस काम के लिए इन शातिरों ने एक स्कार्पियो ले रखी थी। ताकि ये जामताड़ा समेत धनबाद, गिरिडीह और बंगाल समेत अन्य जगहों पर जाकर ठगों के पैसों की निकासी आसानी से कर सकें। जामताड़ा साइबर थाने की पुलिस के हत्थे चढ़े ये शातिर नारायणपुर थाना क्षेत्र के लोकनियां गांव का अनवर उर्फ छुटला और इसी थाना क्षेत्र के रामपुर गांव का गफूर अंसारी है। पुलिस ने इन आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर इन्हें रविवार देर शाम जेल भेज दिया है।
जामताड़ा साइबर थाना प्रभारी अजय कुमार पंजिकार ने बताया कि विभागीय सूचना थी कि कुछ शातिर ठग स्कार्पियो से घूम-घूमकर साइबर ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। ताकि इनका लोकेशन आसानी से ट्रेस ना हो सके। छापेमारी के दौरान दोनों ठग अपनी स्कार्पियो से ही दबोच लिए गए। इन आरोपितों के पास से चार मोबाइल, दस सिम कार्ड, पांच एटीएम कार्ड और स्कार्पियो जब्त हुई है।
पंजिकार ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि इन शातिरों ने क्रोमा कंपनी का कुछ गिफ्ट वाउचर अन्य साइबर ठगों से खरीद रखा है। इन वाउचरों का इस्तेमाल ये महंगे व लग्जरी सामानों की खरीदारी के लिए करते थे। साथ ही ज्यादातर गिफ्ट वाउचर को 60 फीसदी में खरीदकर इन्हें अन्य लोगों को 80 फीसदी में बेचकर मुनाफा कमाते थे। इन शातिरों ने कुछ सीएसपी संचालकों से भी साठगांठ कर रखी थी। ताकि ठगों के पैसों की आसानी से निकासी की जा सके। समय-समय पर ये अपना ठिकाना बदलते रहते थे। इन शातिरों के क्राइम रिकार्ड भी खंगाले जा रहे हैं। जानकारी मिली है कि ये काफी समय से साइबर ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे और इसके जरिए इन्होंने लाखों की संपत्ति भी अर्जित कर रखी है।
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