भोजपुरी सम्मान ह और ई सम्मान खातिर सभे के एकजुट होखे के परी : कमल किशोर
जमशेदपुर : विश्व भोजपुरी विकास परिषद के तत्वाधान में गोलमुरी जोगर्स पार्क जमशेदपुर में स्वर्गीय भिखारी ठाकुर के जयंती मनाई गई, कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे श्रीनिवास तिवारी ने भोजपुरी भाषा के समृद्धि और विकास करने का संकल्प को लेकर कार्य करने और एकजुट करे के प्रयास हेतु आप सभी का सहयोग करने का संकल्प लेकर आगे बढ़ना होगा।
उक्त समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में अरविंद विद्रोही ने कहा की इस उम्र के पड़ाव में आपन संस्कार बचाने के लिए आप सभी युवाओं एकजुट होना आवश्यक है क्योंकि आपके एकजुटता से ही समाज का विकास संभव है क्योंकि समाजिक रूप से भोजपुरी जितनी मजबूत है उतने ही हम कमजोर है इसलिए अपनी मजबूती करने के लिए आप सभी के माध्यम से एक लंबी लड़ाई लड़नी होगी तभी भोजपुरिया संस्कार बचेगा और भोजपुरी के सभी पुरौधा के जीवन को इतिहास में प्रकाशित करने की आवश्यकता है जो सदैव ही समाज को नई दिशा देने का कार्य किया है इस श्रद्धांजलि के माध्यम से हम अहवान करते है आप युवा आगे आए और समाज को एकत्रित करे हम आपके साथ सदैव खड़े है।
कार्यक्रम में बतौर अतिथि पुलिस उपाधीक्षक कमल किशोर ने कहा की भिखारी ठाकुर जैसे सम्मानित भोजपुरिया पुरौधाओ के विचारो उनके संस्कारो और जीवनी को आत्मसात करने की आवश्यकता है भिखारी ठाकुर जैसे महान विभूति जैसे अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त जननायक हुए है और भोजपुरी मिट्टी में जन्म लिए लोग स्वत: ही बुलंदी पर पहुंचने का कार्य किए है और पूरे भारत में लोक नायक और जन नायक की ख्याति सिर्फ भोजपुरिया को ही मिला है और भोजपुरिया दहाड़ में इतनी शक्ति है की आने वाले समय में अपने सभ्यता और संस्कृति को बचाने के लिए आप युवा वर्ग आए हम सभी बुजुर्ग आप सभी के पीछे खड़े रहने का संकल्प लेकर आगे बढ़ते है ताकि समाज में सम्मान पावे खातिर आप सभ के एकजुट होना जरूरी है।
कमल किशोर ने किया अप्पू तिवारी को अंग वस्त्र से सम्मानित और दीए भोजपुरी के लिए निरंतर कार्य करने की सलाह
कार्यक्रम में अतिथि के रूप में श्रीराम पांडेय भार्गव, दशरथ चौबे, डीके मिश्रा, कमलेश सिंह, सीपी सिंह, धनुर्धर तिवारी, शिव प्रकाश शर्मा, डाक्टर अजय चौबे, अरुण पांडेय, चिंटू सिंह, सोनू ठाकुर मौजूद रहे।
कार्यक्रम को सफल बनाने में मुना चौबे, मिथिलेश श्रीवास्तव, सुनील सहाय, अरविंद पांडेय, ललित पांडेय, अंकित आनंद, उमेश प्रसाद, उपेंद्र सिंह, बिनोद पांडेय, कृष्णगोपाल पांडेय, संजय स्नेही, जनार्दन पांडेय, धर्मवीर पांडेय, भगवान मिश्रा, सीताराम पाठक, पावन ओझा, राहुल प्रसाद, प्रभात शंकर तिवारी, ब्रजेश चौबे आनंदी ओझा, कन्हैया ओझा, समेत अन्य मौजूद रहे।