जमशेदपुर : कहते हैं शिक्षा प्रदान करने से बड़ा कोई सेवा व धर्म नही होता। दुनिया मे इसका जीता जागता उदाहरण मानगो एमजीएम थाना क्षेत्र के अंतर्गत लुकाईनाली निवासी डॉ टीबू राम मांझी हैं। डॉक्टर मांझी एक सरकारी स्कूल के शिक्षक थे। सेवानिवृत्त होने के बाद, उन्होंने अपने जीवन को सामाजिक कार्यों के लिए समर्पित कर दिया तथा अपने पेंशन के सारे पैसे अनाथ बच्चों को पढ़ाने व सामाजिक कार्यों में लगाते रहे। आज 85 वर्ष के उम्र में भी उनकी तरफ से यह सिलसिला जारी है। इस उम्र में भी वे अनेक अनाथ बच्चों को निशुल्क शिक्षा प्रदान करते हैं।
आज शिक्षक दिवस के अवसर पर पूर्व विधायक एवं भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने शिक्षक डॉ टिबू राम मांझी जी को बुके, शॉल तथा गिफ्ट देकर सम्मानित किया ।
इस दौरान पूर्व विधायक एवं भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी, अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष विमल बैठा उपस्थित हुए।
इस मौके पर कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि जिस तरह एक पक्की नींव ही ठोस और मजबूत भवन का निर्माण करती है, ठीक उसी प्रकार शिक्षक विद्यार्थी रूपी नींव को सुदृढ़ करके उस पर भविष्य में सफलता रूपी भवन खड़ा करने में सहायता करता है। डॉक्टर मांझी जैसे शिक्षक ही है जो मनुष्य को सफलता की बुलंदियों तक पहुंचाता है और जीवन में सही और गलत को परखने का तरीका बताता है। कहा जाता है कि एक बच्चे के जीवन में उसकी मां पहली गुरू होती है, जो हमें इस संसार से अवगत कराती हैं। वहीं दूसरे स्थान पर शिक्षक होते है, जो हमें सांसारिक बोध कराते हैं। जिस प्रकार एक कुम्हार मिट्टी को बर्तन का आकार देता है, ठीक उसी प्रकार शिक्षक छात्र के जीवन को मूल्यवान बनाता है। शिक्षक से हमारा संबंध बौद्धिक और आंशिक होता है।
मौके पर गुणधर गोप,तपन महतो, कालु गिरी ,रूबीन मार्डी व अनेकों युवा साथीगण उपस्थित रहे।