- सूचना और संवाद इस लड़ाई की महत्वपूर्ण कड़ी, जनसहभागिता अपेक्षित
- घरों में लार्वा मिलने पर जुर्माना वसूलें, सितंबर माह में भी डेंगू पर प्रभावी नियंत्रण जरूरी
जमशेदपुर : जिले में डेंगू के प्रसार को लेकर जिला प्रशासन सतर्क है । नगर निकायों में लार्वा जांच अभियान हो या साफ-सफाई, फॉगिंग, लापरवाही बरतने वालों से जुर्माना वसूलना सभी एहतियातन कदम उठाये जा रहे हैं । इसी क्रम में जिला दण्डाधिकारी- सह- उपायुक्त अनन्य मित्तल द्वारा समाहरणालय सभागार में प्रशासनिक एवं स्वास्थ्य विभागीय पदाधिकारियों तथा निजी अस्पताल, कंपनी प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर अबतक के कार्रवाई की समीक्षा की गई । उप विकास आयुक्त मनीष कुमार, सिविल सर्जन डॉ साहिर पाल, वीबीडी पदाधिकारी डॉ. ए. मित्रा, डीआरसीएचओ डॉ रंजीत पांडा, एपिडेमोलॉजिस्ट डॉ असद, जुस्को तथा निजी अस्पतालों के प्रतिनधि समेत अन्य संबंधित पदाधिकारी बैठक में मौजूद रहे ।
जिले में अबतक 60 लोग डेंगू पॉजिटिव पाये गए हैं जिसमें पूर्वी सिंहभूम जिला के 42 लोग शामिल हैं । डेंगू जांच अभियान को लेकर बताया गया कि 2 लाख 26 हजार 61 घरों में सर्च किया गया जिसमें 9617 घर इंफेक्टेड पाये गए । वहीं 50 हजार रू से ज्यादा का जुर्माना वसूला गया। जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त ने अबतक की कार्रवाई को संतोषजनक बताते हुए सितंबर माह में भी और सतर्क एवं सजग होकर कार्य करने का निर्देश डेंगू टास्क फोर्स को दिया ।
जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त ने सभी नगर निकाय, जुस्को एवं डेंगू टास्क फोर्स को जांच में लार्वा मिलने वाले घरों के मालिक के विरूद्ध अनिवार्य रूप से जुर्माना वसूलने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि जनसहभागिता से ही डेंगू का प्रभावी तरीके से रोकथाम संभव है, इस लड़ाई में इंफॉरेम्शन और कम्यूनिकेशन महत्वपूर्ण कड़ी हैं। उन्होने सभी नगर निकाय एवं प्रखंडों में डेंगू को लेकर व्यापक जागरूकता अभियान पर बल दिया । नगर निकायों को कचरा उठाने वाले वाहन के माध्यम से भी लोगों को जागरूक करने तथा माइकिंग कराए जाने का निदेश दिया। साथ ही साफ सफाई व अन्य आवश्यक निर्देश अधिकारियों को दिया। साथ ही नालियों की नियमित साफ-सफाई कराने, एंटी लार्वा का छिड़काव किए जाने का निदेश दिया गया।
डेंगू से पीड़ित मरीजों को अस्पताल पहुंचने पर तुरंत इलाज शुरू किया जा सके इसके लिए सरकारी व निजी अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में बेड की व्यवस्था एवं डेडिकेटेड टीम तैयार रखने का निदेश दिया गया। जिले में वर्तमान में 03 डेंगू पीड़ित आईसीयू में भर्ती है जिनकी हालत स्थिर बताई गई। जिला तथा प्रखंड के चिकित्सा पदाधिकारियों को डेंगू संभावित घरों की लगातार जांच करने और इससे लोगों के बचाव के सभी उपाय करने को कहा ।
जिला दण्डाधिकारी-सह- उपायुक्त द्वारा विशेषकर युवाओं से अपील की गई कि खुद भी जागरूक होते हुए लोगों को डेंगू के प्रति जागरूक करें, हमेशा मच्छरदानी के अंदर सोयें, घर के अंदर या आसपास पुराने, टायर, बर्तन, फूलदान आदि में पानी जमा नहीं होने दें, तेज बुखार, जोड़ों एवं मांसपेशियों में दर्द के लक्षण को अनदेखा नहीं करें, तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र जायें और चिकित्सक से परामर्श लें ।