जमशेदपुर : जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने कहा की पीछले वर्ष राष्ट्रीय बाल दिवस के अवसर पर बाल मेला आयोजित किया गया था. यह आयोजन देश में अपने आप में एक तरह का पहला प्रयास था. इसमें यहां के विद्यालय के शिक्षकों ने काफी रुची दिखाई और मेले में काफी भीड़ हुई. इस वर्ष बाल मेला का आयोजन 20 नवंबर से 24 नवंबर तक करने का निर्णय लिया है. पीछले वर्ष से अधिक खेलकुद और मनोरंजन के साधन को रखा गया है. संयुक्त राष्ट्र संघ ने 20 नवंबर 1959 को बाल अधिकार घोषणा पत्र जारी किया था. जिसमें बच्चो के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा, परिवारिक जिवन आदी विषयों को लिया था और बच्चों को बहतर जीवन मिले यह मुख्य रूप से बाल अधिकार घोषणा पत्र का मर्ब था. भारत की सरकार ने सन 1992 में इस बाल अधिकार पत्र पर हस्ताक्षर किया।
बच्चों का मनोविज्ञान पर कोई भी प्रतिकूल प्रभाव समाज के किसी भी आचरण से ना पड़े यह मुख्य रूप से उद्देश्य रहा है बाल अधिकार घोषणा पत्र जारी करने का. हमलोगो ने इसी दिन से बाल मेला का आयोजन किया है. हमारी जो भारतीय ज्ञान परंपरा रही है वह भी बाल से युवा प्रोड़ होने तक प्रक्रिया है और जो प्रस्फुटन होता है उसमें बालमन पर पड़े हुए प्रभाव बहुत अधिक प्रभावशील होते है।
इस बार मेला में कई प्रकार की खेल प्रत्योगिता इसमे रखा है. मुख्य रूप से जलेबी रेस, सुई-धागा रेस, बोरा रेस, तीन ताँग रेस, तैराकी, कुसती, भाला फेंकना, टाईकोनडो, खोखो, कबड्डी, म्युजिकल चेयर, टेबल टेनिस, चेस यह सभी प्रकार के खेलों का आयोजन होगा साथ ही बौधिक विकास के लिए हिंदी-अंग्रेजी में निबंध, चित्रांकन, फैंसी पोशाक कंपटीशन, गीत-संगीत के कार्यक्रम, नृत्य एकल और सामूहिक यह सारी चीजें शामिल होंगी.
इसी के तहत अलग-अलग राज्यों की संस्कृति की झांकी प्रस्तुत होगी. देश विविधताओं का है और जमशेदपुर को लघु भारत कहते है. देश के अधिक से अधिक राज्यों की संस्कृति को प्रदर्शित किया जाएगा।
इसके अलावा कठपुतली शो, माइम शो, बाल फिल्म सभी का आयोजन होगा. बच्चो के लिए विज्ञान प्रदर्शनी लगाने का भी प्रयास होगा और बच्चो के लिए पुस्तकों का स्टाल लगाया जाएगा. परम्परागत ज्ञान की भी प्रदर्शनी लगाई जाएगी।भारत की नई शिक्षा नीती के आयाम के बारे में बताया जाएगा. ग्रामीण क्षेत्र से लेकर जमीनी स्तर के घर- परिवार के बच्चों को भी इसकी जानकारी मिले यह मेला के माध्यम से प्रयास किया जाएगा. बच्चो के व्यक्तित्व के विकास के लिए जो आयाम है उन सभी का प्रदर्शन मेले में अधिक से अधिक किया जाएगा।
श्री राय ने बताया की इस आयोजन के लिए पूर्व में ही चिल्ड्रेन पार्क, टाउन हॉल, टाउन हॉल के मैदान का आरक्षण करा लिया. जेएनएसी का इसके संबंध में एक पत्र प्राप्त हो चुका है की उपरोक्त सभी स्थान बाल मेला के लिए आरक्षित रहेंगे. हमने लिखा है की आरक्षण के लिए जो शुल्क लगेगा उसके भुगतान के लिए हम तैयार है।