जमशेदपुर : जमशेदपुर के साकची शीतला माता मंदिर में 31 दिसंबर से 1 जनवरी तक अखंड रामचरितमानस पाठ का आयोजन धूमधाम से किया गया। पंडित मनोज बाजपेई और पंडित अभिषेक बाजपेई के सौजन्य से इस आयोजन ने श्रद्धालुओं को भक्ति और आध्यात्म से जोड़ा।
यह कार्यक्रम पूर्व में पंडित राजू बाजपेई द्वारा आयोजित किया जाता था, और इस परंपरा को उनके भतीजे और बेटे ने उसी श्रद्धा और नियम से आगे बढ़ाया। इस अवसर पर कुंभ से आए सन्यासी और साधु-संतों का स्वागत और सेवा की गई। कार्यक्रम के अंत में भव्य भोग वितरण किया गया, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
इस आयोजन में मुख्य यजमान के रूप में श्री रितेश बाजपेई, अमन बाजपेई और अन्य भक्तों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कार्यक्रम में श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और नववर्ष के पहले दिन को धर्म और आस्था के साथ मनाया।
रामचरितमानस पाठ का फल और महत्त्व
अखंड रामचरितमानस पाठ का आयोजन व्यक्ति को आध्यात्मिक शांति और मानसिक सुख प्रदान करता है। कहा जाता है कि इसका पाठ घर और समाज में सकारात्मक ऊर्जा फैलाता है, पापों का नाश करता है और जीवन में सुख-समृद्धि लाता है। रामचरितमानस का पाठ करवाने से भगवान राम की कृपा प्राप्त होती है और जीवन के संकट दूर होते हैं।
पंडित अभिषेक बाजपेई ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि वे भी अपने जीवन में इस प्रकार के आयोजनों को अपनाएं और अपने परिवार और समाज को धर्म की ओर प्रेरित करें. इस आयोजन ने साकची क्षेत्र में भक्ति और आध्यात्मिकता की नई ऊर्जा भरी और यह एक प्रेरणा बन गया कि कैसे परंपराओं को सहेजकर आगे बढ़ाया जाए।