जमशेदपुर : स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के कार्यालय में भाजपा के वरिष्ठ नेता रामबाबू तिवारी द्वारा किडनी की गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीज के इलाज संबंधी मुलाकात पर विधायक सरयू राय की पार्टी भाजमो के नेताओं के सवाल करने पर जमशेदपुर महानगर के पूर्व जिलाध्यक्ष रामबाबू तिवारी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। बुधवार को पूर्व जिलाध्यक्ष रामबाबू तिवारी की ओर से जारी प्रेस-विज्ञप्ति में रामबाबू तिवारी ने सरयू राय पर जनता के हितों की उपेक्षा और अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि निर्दलीय विधायक सरयू राय को अपने कार्य संस्कृति में सुधार करना चाहिए ना कि झूठी अफवाह फैलाकर किसी का चरित्र हनन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि किडनी की गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति जब विधायक के कार्यालय के चक्कर लगाकर मायूस हो गया तब मैंने उन्हें स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के कार्यालय से मदद दिलवाई। एक जनप्रतिनिधि की जिम्मेदारी क्या होती है, उसे सरयू राय को मंत्री बन्ना गुप्ता से सीखना चाहिए। रामबाबू तिवारी ने कहा कि जनता के जिनसे भी काम पड़ेगा वो उनके पास जाएगा। कहा कि विधायक सरयू राय की लिखी भाषा ही उनके गुर्गे बोलते हैं, उन्हें शब्दों का चयन सोच-समझकर करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हम पंडित दीनदयाल उपाध्याय के वंशज हैं, मानवता और दबे-कुचले, पीड़ित, शोषित लोगों के काम करने की सीख हमें पंडित दीनदयाल जी से मिली है। ऐसे में विधायक के पेट में दर्द होने की वजह समझ से परे है। ऐसे मामलों में भी अपने गुर्गे और कार्यालय के क्लर्क से नाम से बयानबाजी उन्हें शोभा नही देती है। उन्होंने कहा कि विधायक सरयू राय ने विगत चार वर्षों में पुर्वी विधानसभा के विकास कार्यों को दफन कर दिया हैं। पूरे क्षेत्र में एक समय जहां प्रतिदिन घरों से कचड़ा का उठाव होता था, तो वहीं अब चार दिन में एक बार उठाव हो रहा है। इसके साथ ही, कई क्षेत्रों में लगे हाईमास्ट लाइट के नीचे सोलर लाइट लगाकर और चौड़ी होने वाले सड़कों के किनारे पैबर्स ब्लॉक बिछाकर सिर्फ जनता की आंखों में धूल झोंकने का कार्य किया गया है।
भाजपा नेता रामबाबू तिवारी ने कहा कि निर्दलीय विधायक सरयू राय के अकर्मण्यता और निक्केम्मेपन के कारण पुर्वी विधानसभा में जनता का कोई काम नही हो रहा है।
उन्होंने कहा कि सरयू राय और उनके कुछ खास गुर्गे सिर्फ सुर्खियों में बने रहने के लिए बयानबाजी करते हैं। इसके साथ ही, रामबाबू तिवारी ने कहा कि मुझे जनता के कार्यों के लिए जिनसे भी मिलना होगा वे मिलेंगे इसके लिए विधायक सरयू राय को भाजपा की चिंता करने की जरूरत नही है। सरयू राय ना तो भाजपा के नेता हैं और ना ही मेरे नेता। रामबाबू तिवारी ने कहा कि अपने व्यक्तिगत हित के लिए नीति, सिद्धांत और विचारधारा की तिलांजलि दे चुके सरयू राय को एनडीए की चिंता करने की जरूरत नही है। वे स्वयं इंडी एलायंस के नेता अरविंद केजरीवाल, नीतीश कुमार, लालू यादव समेत नेताओं से मिलते हैं तो क्या इसके लिए उनसे किसी ने कोई सवाल किया। इतना ही नही
दिवंगत शहाबुद्दीन के का बचाव और जेल में कांग्रेसी नेताओं से मिलना भी विधायक को पसंद है। गत विधानसभा चुनाव में झामुमो, जेडीयू, सपा और जन अधिकार पार्टी का समर्थन लेने वाले और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डिटर्जेंट और गृहमंत्री अमित शाह को लांड्री कहने वाले सरयू राय को एनडीए की चिंता करने की जरूरत नही है।
रामबाबू तिवारी ने कहा कि विधायक सरयू राय की दुश्मनी बन्ना गुप्ता से हो सकती है लेकिन उनकी दुश्मनी नही है। मैंने 30 वर्षों की सार्वजनिक जीवन में साफ-सुथरी राजनीति की है। जनप्रतिनिधि जनता का होता है। झारखंड के सभी विधायकों के मुकाबले सरयू राय के कार्यों का ग्राफ प्रतिदिन गिरता जा रहा है। उनके गुर्गों लोगों का भयादोहन कर रहे हैं। आये दिन जमीन छेंकने का काम कर रहे हैं। लेकिन इन सब पर वे धृतराष्ट्र बनकर उन्हें संरक्षण दे रहे हैं।