जमशेदपुर : भारतीय जनता युवा मोर्चा झारखंड प्रदेश के पॉलिसी एवं रिसर्च के प्रदेश संयोजक अभिषेक डे ने कहा आजकल मैया सम्मान योजना का खूब चर्चा है वैसे देखा जाए तो यह योजना अच्छी तो है लेकिन जिस समय तथा जिस नियत से झारखंड सरकार द्वारा यह योजना लागू की गई है. उस आधार पर इसे मैया असम्मान योजना भी कह सकते हैं; क्योंकि आनन-फानन में किसी तरह सत्ता वापसी की दृष्टि से देखें तो यह असम्मान योजना है। सम्मान देने की नियत होती, तो 2019 में ही इस योजना को लेकर आते और लगातार 5 साल इस योजना का लाभ झारखंड की मां बहनों को देते।
आप लोगों ने सुना है और शायद देखा भी होगा छिपकली रात भर कीड़ा मकोड़ा आदि खाकर सुबह होते ही किसी महापुरुष के फोटो के पीछे छिप जाता है।
ठीक उसी तरह हेमंत सोरेन और उनकी पूरी सरकार 5 साल जनता को लूटकर घोटाले-घपले करके चुनाव के ठीक 3 महीने पहले मैया सम्मान योजना के पीछे छीप गई है. आगे अभिषेक डे ने कहा अब हेमंत सोरेन और मंत्री बना गुप्ता जैसे नेताओं के लिए जनता महापुरुष के बराबर है क्योंकि चुनाव नजदीक है। सारे 4 साल मैयाओ का याद नहीं आया।
और शायद याद आता भी नहीं वह तो हेमंत सोरेन घोटाले गैपले करके जेल गए तो चंपई दा को मजबूरन मुख्यमंत्री बनना पड़ा था तो इस योजना को पुणः री लॉन्च करके लाया गया।
झारखंड को लूटकर जब इनका पॉकेट और मन भर गया और चुनाव नजदीक आया, तो इनको मईया की याद आ गई।
ये कोई अच्छी नियत से लाई गई कल्याणकारी योजना नहीं है, वोटर को लीगली खरीदने के लिए चुनाव के ठीक पहले बदनियति से लाया गया योजना है।
5 साल पहले किया हुआ चुनावी वादा को चुनाव के ठीक 3 महीने पहले वह भी 2000 की जगह 1000 करके देना स्पष्ट तौर पर महिलाओं को वोट के लिए इस्तेमाल करना हुआ और किसी भी स्वाभिमानी व्यक्ति के लिए इस्तेमाल के रूप में कोई भी राशि देना स्वाभिमान के विरुद्ध तथा आसमान है।
इसके बाद उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस और झामुमो के नेता जब चुनाव के समय कहेगी कि चुनाव के बाद खाता मे पैसा आएगा खटाखट खटाखट; तो जनता कहेगी 9 2 11 हो जाओ फटाफट फटाफट।