जमशेदपुर : बच्चों और महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार के खिलाफ क्षत्रिय समाज संपूर्ण भारत की महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा इसका सबसे मुख्य कारण है. अभी तक भारत के अलग-अलग राज्यों में हो रहे महिलाओं तथा बच्चों पर अत्याचार के खिलाफ ना तो राज्य सरकार ने कोई सख्त कार्यवाही की है ना ही केंद्र सरकार इसके लिए कोई सख्त कदम उठाती नजर आ रही है।
केंद्रीय अध्यक्ष चंदा सिंह के नेतृत्व में बारिडीह गोलचक्कर पर क्षत्रिय समाज संपूर्ण भारत द्वारा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पुतला दहन किया गया तथा उनके इस्तीफा की मांग की गई। एक महिला होकर भी उन्होंने बलात्कारियों के खिलाफ कोई भी सख्त कदम नहीं उठाया।
महिलाएं तथा बच्चे ना तो घर में सुरक्षित है और नहीं घर के बाहर। हाल ही जब कोलकाता कांड अभी शांत भी नहीं हुआ था, मधुबनी जिले में निशा कुमारी नाम की लड़की को उसके घर में घुसकर उसके साथ गैंग रेप किया गया और उसे काट दिया गया। 3 से 4 साल की बच्चियों तक को भी नहीं छोड़ा जा रहा है इसके लिए जिम्मेदार कौन है? यह विकृत मानसिकता जो कि बढ़ते जा रही है यह कब खत्म होगी? अब समय आ गया है कि हर घर की महिला बच्चे पुरुष सभी इसके लिए केंद्र सरकार से अपील करें कि इस तरह के मामलों में एक महीने के अंदर गुनहगार साबित होने के बाद दोषियों को फांसी की सजा दी जाए। इनके साथ किसी भी तरह की देरी या दया भाव ना दिखाई जाए।
पुलिस प्रशासन से केस को लेकर सीबीआई को दे दिया जाता है लेकिन पिछले कई मामलों में सीबीआई ने भी हाथ खड़े कर दिए और दोषी आज भी खुले आम घूम रहे हैं इसका सबसे बड़ा उदाहरण सुशांत सिंह राजपूत केस हैं। आम जनता को समझ नहीं आ रहा है कि इन सबके लिए वह किस दरवाजे को खटखटाए।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रदेश उपाध्यक्ष श्वेता सिंह, कोल्हान अध्यक्ष लक्ष्मी सिंह, जिला अध्यक्ष जिला अध्यक्षअर्चना सिंह, तथा क्षत्रिय समाज संपूर्ण भारत के सभी मंडल के अध्यक्ष शामिल थे जिसमें बिभा सिंह, अंजली सिंह, पूनम सिंह, निशा सिंह, काजल सिंह, बिना सिंह, ऋतु सिंह, शोभा सिंह, कंचन सिंह, मीना सिंह, पुतुल सिंह, देवी उषा, रितिका श्रीवास्तव, प्रतीभा सिंह देवी, कांची, भानु, अरुण, राजेश सिंह, राकेश सिंह, पूनम सिंह चंद्रभुसन सिंह, सुरेंद्र, बबीता ठाकुर व पुतुल सिंह अपने टीम के साथ शामिल हुए।