जमशेदपुर : झारखंड के पलामू के लेसलीगंज के जैप 8 के ट्रेनिंग सेंटर में जवान अर्जुन कुमार वर्मा के फांसी लगाकर आत्महत्या करने के बाद गुरुवार को उनका शव जमशेदपुर के बागबेड़ा लाया गया. बागबेड़ा डीबी रोड के रहने वाले अर्जुन कुमार वर्मा और उनका भाई धर्मेंद्र कुमार सिंह वहीं ड्यूटी करते थे. बताया जाता है कि सार्जेंट मेजर के शोषण के कारण उसने आत्महत्या कर ली.इस घटना के बाद शव को गुरुवार को जमशेदपुर लाया गया. जमशेदपुर केबागबेड़ा से उनका शव को लाया गया. शव के साथ लोगों ने हंगामा किया और बागबेड़ा डीबी रोड के मुख्य सड़क पर शव के साथ जाम कर दिया. बाद में पुलिस की ओर से उचित कार्रवाई का आश्वासन करने के बाद परिजनों ने शव को उठाया. लोगों की डिमांड थी कि पुलिस जवान की विधवा को नौकरी दी जाये और जो दोषी है, उसको तत्काल नौकरी से बरखास्त कर दिया जाये।
बिष्टुपुर पार्वति घाट में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया.इस दौरान शव यात्रा निकाली गयी, जिसमें हजारों लोग शिरकत किये. मृतक के भाई पुलिसकर्मी धर्मेंद्र कुमार सिंह ने आरोप लगाया है कि उनकी भाई को आत्महत्या करने के लिए वरीय अधिकारियों ने मजबूर किया है. एक तरह से यह हत्या है. अधिकारियों पर अपराधिक मुकदमा दर्ज कर उन पर कार्रवाई होना चाहिए.इसके बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया. बिष्टुपुर पार्वति घाट में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया.इस दौरान शव यात्रा निकाली गयी, जिसमें हजारों लोग शिरकत किये. मृतक के भाई पुलिसकर्मी धर्मेंद्र कुमार सिंह ने आरोप लगाया है कि उनकी भाई को आत्महत्या करने के लिए वरीय अधिकारियों ने मजबूर किया है. एक तरह से यह हत्या है. अधिकारियों पर अपराधिक मुकदमा दर्ज।