जमशेदपुर : सीबीआई की टीमें ऐक्शन में नजर आ रही है। केंद्रीय वस्तु और सेवा कर (CGST) के अपर आयुक्त रणविजय कुमार के जमशेदपुर के नार्दर्न टाउन (स्ट्रेट माइल रोड) स्थित सरकारी आवास पर शनिवार को छापेमारी की गई। सुबह 8 बजे सीबीआई की एसीबी टीम दबिश दी और करीब 4 घंटे तक दस्तावेज खंगालती रही। टीम शुक्रवार रात को ही शहर आ गई थी। टीम घर से दस्तावेजों को भी साथ ले गई। इस मामले में उनके खिलाफ सीबीआई ने केस दर्ज किया है। एफआईआर में दर्ज आरोप के अनुसार, सीमा शुल्क विभाग के तत्कालीन वरिष्ठ अधिकारियों और निजी निर्यातक फर्म के बीच मिलीभगत से करीब 800 करोड़ के फर्जी निर्यात घोटाला किया गया है।
पटना में पूर्व में सीमा शुल्क के अतिरिक्त आयुक्त के रूप में तैनात रणविजय और चार सीमा शुल्क अधिकारियों समेत 29 अन्य के खिलाफ दर्ज मामले में सीबीआई ने शनिवार को बिहार-झारखंड में सात स्थानों पर छापेमारी की। पटना में दो, पूर्णिया के दो और नालंदा-मुंगेर में एक-एक स्थानों पर दबिश दी गई। इस छापेमारी के दौरान आरोपियों के ठिकानों से 100-100 ग्राम सोने की सात छड़ें, आपत्तिजनक दस्तावेज और मोबाइल बरामद हुए हैं।
एफआईआर में आरोप लगाया गया कि आरोपियों ने 23 आयातक फर्मों और अज्ञात अन्य लोगों के साथ मिलकर आपराधिक साजिश की और फर्जी बिलों के जरिए जीएसटी दावे किए। संदिग्ध फर्मों/निर्यातकों द्वारा लगभग 100 करोड़ के फर्जी निर्यात बिलों के माध्यम से जीएसटी दावों की धोखाधड़ी की गई। आरोप के अनुसार, इन अधिकारियों ने जानबूझकर ऐसे निर्यात बिलों को मंजूरी दी, जो 10 लाख रुपये से कम के थे,ताकि उन्हें अधीक्षक स्तर पर ही स्वीकृति मिल सके।
