सौरभ कुमार, जादूगोड़ा : यूरेनियम कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (यूसीआईएल) के जादूगोड़ा और तुरामडीह मिल तीन दिन से बंद हैं। दोनों मिलों के बंद होने से यूरेनियम अयस्क का उत्पादन पूरी तरह ठप हो गया है। कंपनी को रोजाना करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है। जादूगोड़ा मिल के टेलिंग पौंड से निकलने वाले कचरे के कारण जाहरगढ़ पूजा स्थल डूब गया। इससे नाराज चाटी कोचा के विस्थापित ग्रामीणों ने पाइप खोल दिया। इसके बाद मिल का संचालन रुक गया। रोजाना 3000 टन अयस्क की पिसाई नहीं हो पा रही है। इसका असर माइंस पर भी दिखने लगा है। तुरामडीह मिल भी तीन दिन से बंद है।
पंप हाउस में अत्यधिक पानी भर जाने से मिल का संचालन ठप है। दोनों मिलों के बंद होने से यूसीआईएल में हड़कंप मचा है। अधिकारी परेशान हैं।यूसीआईएल के डी जी एम राकेश कुमार रोजाना डीसी के दरबार में पहुंचकर मिल खुलवाने के लिए प्रयास कर रहे हे । लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, वे पंप से पानी नहीं जाने देंगे। रोजाना ग्रामीणों के द्वारा पाइप के निगरानी की जा रही है वहीं यूसिल के द्वारा उनके पूजा स्थल से कचरा पानी निकालने को लेकर प्रयास किया जा रहा है, यूसीएल 28 सालों से ग्रामीणों की मांग पूरी नहीं कर पा रही जिससे ग्रामीणों में भारी नाराजगी है। यूसील में अधिकारियों के शिथलता के कारण ही यूसिल को यह नुकसान सहना पड़ रहा है।
यूसीएल केंद्र सरकार की संस्था है एवं इस तरह की लापरवाही से इसको लेकर डिपार्मेंट आफ एटॉमिक एनर्जी में भी भारी नाराजगी है। यूसीएल में औद्योगिक अशांति का माहौल बना हुआ है विस्थापितों के द्वारा लगातार अपनी मांगों को लेकर आंदोलन की जा रही है उल के द्वारा बार-बार आश्वासन देने के बाद भी उनकी मांगों को पूरी नहीं किए जाने के कारण अब ग्रामीणों में भारी नाराजगी है वही आदिवासियों के पूजा स्थल दूषित हो जाने से आदिवासी समुदाय एकजुट हो रहा है और यूसिल से आर पार की लड़ाई लड़ने के मूड में है। भारी बरसात के कारण टेलिंग पौंड का पानी रिसने के कारण कई गांव के तालाब और नदी नाले पूरी तरह से प्रदूषित हो गए हैं।
