जमशेदपुर : जन सेवक दुखू मछुआ के नेतृत्व में निर्लम नगर, सोनारी में लोगों के बीच एक जरूरी बैठक किया गया। इस बैठक में एक बहुत ही पुराने और काफी विवादित मुद्दे को जो महीनों-महीनों से बस्ती में गुटबाजी का बङा कारण बना हुआ था और विवाद दिनों दिन बढ़ते जा रहा था। बात थाना पुलिस से लेकर कोर्ट तक पहुंच गई थी और आर्थिक रूप से दोनों पक्षों को बहुत भारी नुकसान हो रहा था। दोनों पक्ष दिवालिया के कगार पर पहुंच चुके थे। साथ ही साथ पूरा बस्ती दो गुटों में बंट चुका था तथा एक बहुत बड़ा विवाद का रूप ले चुका था। जिससे अंततोगत्वा सभी गरीब परिवार के लोग ही पीड़ित हो रहे थे। साथ ही साथ बस्ती की शांति बहुत बूरी तरह बिगड़ गई थी। इस नजाकत को समझते हुए जुगसलाई विधानसभा संघर्ष संघ के संरक्षक सह शहर के जाने-माने प्रसिद्ध समाजसेवी दुखू मछूवा ने इस विवाद को अपने हाथों में लिया, अपने लोगों को आर्थिक संकट से निकालने के लिए लगातार प्रयास किया। परिणामस्वरूप कल दोनों पक्षों को एक साथ बैठाने में सफलता हासिल की तथा मामला को सुलझाने पर राजी करा सके। इस बैठक का तत्कालिक लिखित स्वीकारोक्ति दोनों पक्षों से ले लिया गया है तथा इसका स्थाई लिखित स्वरूप (साक्ष्य इकट्ठा करने के बाद) दिनांक 05/06/2022को हमलोगों द्वारा सुबह 7:00 बजे सुनिश्चित किया गया है। इस दिन विवाद का अंतिम लिखित स्वरूप दे दिया जाएगा। जिस आधार पर थाना-पुलिस की प्रक्रिया समाप्त हो सके। हमारे जमशेदपुर के लिए यह एक बहुत बङी खुशी का क्षण है जो इतनी बड़ी विवाद को अपनी सूझबूझ और सबसे बड़ी अपनी ईमानदार छवि के चलते सुलझा पाया है। हमारी ईमानदार छवि ने बस्ती के लोगों को यह विश्वास दिलाने में कामयाब रही कि हम लोगों के हाथों अन्याय नहीं होगा। बस्ती के लोगों ने हमलोगों पर विश्वास किया यह बहुत बङी खुशी की बात है। अंत में पूरी बस्ती के लोगों ने मामले को सुलझाने के लिए दुखू मछुआ जी, कालोसोना मछुआ और रोहित कर्मकार जी को बहुत बहुत धन्यवाद के साथ आभार व्यक्त किया।
मौके पर बस्ती के निर्मला मछुआ, नोटू , विक्रम आदि बस्ती की दर्जनों महिला सहित करीब 50 से अधिक लोग उपस्थित थे। सभी लोगों ने सदस्यों को बहुत-बहुत धन्यवाद दिया और बोला कि अगर आपलोग नहीं होते तो यह विवाद सुलझने वाला नहीं था।
आप लोगों की जानकारी के लिए यह प्रासंगिक होगा कि हमारे दुखू मछूवा जी इस प्रकार की मामले को बराबर निपटारा करते रहे हैं, खासकर अपने बस्ती वासियों को आर्थिक रूप से लाभ पहुंचाते रहें हैं। जिसके लिए इन्हें कई बार सम्मानित भी किया जा चुका है।