जमशेदपुर : झारखंड सरकार के मंत्री दीपक बिरुआ के विधानसभा में दिए गए बयान ने पूरे राज्य में आक्रोश फैला दिया है। भाजपा ने कहा कि जमशेदपुर की 86 बस्तियों में रहने वाले लाखों गरीब, दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग के लोगों को “अतिक्रमणकारी” कहकर मंत्री ने सिर्फ उनका अपमान ही नहीं किया, बल्कि झामुमो-कांग्रेस सरकार के जनविरोधी और दोहरे चरित्र को भी उजागर कर दिया है। रविवार को जमशेदपुर पूर्वी के सात मंडलों के भाजपा अध्यक्षों ने इस गैर-जिम्मेदाराना बयान की तीखी निंदा की। बर्मामाइंस मंडल अध्यक्ष सूरज सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में कहा गया कि चुनाव के समय हेमंत सोरेन की पत्नी और झामुमो विधायक कल्पना मुर्मू सोरेन ने जमशेदपुर के पूर्वी विधानसभा में खुद 86 बस्तियों के लोगों से वादा किया था कि झामुमो-कांग्रेस सरकार बनी तो उन्हें मालिकाना हक देंगे। कांग्रेस ने भी इस वादे का समर्थन किया था । लेकिन सत्ता में आते ही उन्हीं बस्तियों के मेहनतकश और गरीब लोगों को अतिक्रमणकारी बताया जा रहा है! क्या झामुमो और कांग्रेस का यही असली चेहरा है जहां वोट के लिए झूठे वादे करो और बाद में जनता को दुत्कार दो।
भाजपा नेताओं ने तीखे सवाल उठाते हुए कहा कि अगर ये बस्तियां अवैध हैं, तो सरकार ने यहां पुलिस थाने, सरकारी स्कूल, अस्पताल और अन्य सुविधाएं क्यों खोलीं। बैठक में कहा गया कि ये बस्तियां दशकों से यहां बसी हुई हैं और इनमें रहने वाले लोग झारखंड की पहचान हैं। राज्य में जब भाजपा की सरकार आयी तब सरकार ने 2005 में इन्हें टाटा लीज से बाहर किया और जब 2014 में फिरसे सरकार बनी तब वर्ष 2018 में इन्हें सीधे लीज देने का प्रावधान बनाया। लेकिन जनता अब लीज नहीं, बल्कि पूर्ण मालिकाना हक चाहती है।
भाजपा नेताओं ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सरकार जनता के धैर्य की परीक्षा न लें। यदि सरकार अपने वादों से मुकरती रही और गरीबों को अपमानित करती रही, तो भाजपा चुप नहीं बैठेगी। भाजपा के साथ 86 बस्तियों के हजारों लोग अपने हक के लिए सड़कों पर उतरेंगे और झामुमो-कांग्रेस सरकार का दोहरा चरित्र बेनकाब कर उन्हें सबक सिखाएंगे।
भाजपा ने मांग की है कि मंत्री दीपक बिरुआ अपने शर्मनाक और संवेदनहीन बयान पर माफी मांगे और 86 बस्तियों के लोगों को मालिकाना हक देने की आधिकारिक घोषणा करें। यदि सरकार और मंत्री ने जनता की आवाज को दबाने की कोशिश की, तो भाजपा बस्तीवासियों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर निर्णायक संघर्ष छेड़ने से पीछे नहीं हटेंगे।
बैठक में मुख्यरूप से बिरसानगर मंडल अध्यक्ष बबलू गोप, गोलमुरी मंडल अध्यक्ष पप्पू उपाध्याय, टेल्को मंडल अध्यक्ष विकास शर्मा, बारीडीह मंडल अध्यक्ष जीवन साहू, साकची पूर्वी मंडल अध्यक्ष युवराज सिंह मौजूद रहे।