जमशेदपुर : जमशेदपुर के मानगो स्थित शंकोसाई रोड नंबर-1 श्याम नगर में रहने वाले 24 वर्षीय प्रदीप साव के रहस्यमयी तरीके से लापता होने का मामला सामने आया है। परिवार ने ओल्डीडीओपी में आवेदन देकर बताया कि प्रदीप 30 नवंबर की रात करीब 9 बजे घर से निकले थे, जिसके बाद वह अब तक वापस नहीं लौटे।

परिवार के अनुसार, आसपास और=रिश्तेदारों में खोजबीन के बावजूद प्रदीप का कोई सुराग नहीं मिला। परिजनों का कहना है कि कुछ स्थानीय युवकों ने उन्हें जानकारी दी कि प्रदीप के साथ मारपीट की गई थी। जिन युवकों पर मारपीट का आरोप लगा है, उनके नाम कुंदन पोदियार, रवि बाला और बाबू उर्फ लड्डो बताए गए हैं।
आवेदन में यह भी कहा गया है कि आरोपित युवकों ने प्रदीप को जबरन श्याम नगर के पास नदी किनारे ले जाकर पिटाई की थी। घटना के बाद से प्रदीप का न तो कोई पता चला है और न ही उनका मोबाइल फोन मिल रहा है। कई बार संपर्क करने पर भी कॉल रिसीव नहीं हो रहा है।
परिजनों ने पुलिस से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि समय रहते खोजबीन शुरू नहीं हुई तो किसी अनहोनी की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। परिजन प्रदीप का हुलिया भी पुलिस को सौंप चुके हैं—करीब पांच फीट दो इंच लंबाई, सांवला रंग, घटना के समय उन्होंने ब्लू जींस, ग्रे रंग का स्वेटर और ब्लू कलर की चप्पल पहनी हुई थी।
आवेदन प्रदीप के भाई दीपक साव की ओर से दिया गया है, जिन्होंने पुलिस से मामले की गंभीरता को देखते हुए तेजी से कार्रवाई कर प्रदीप को जल्द से जल्द तलाशने की गुहार लगाई है।
संभावित हमला या जबरन ले जाए जाने का संदेह…..
यह मामला सिर्फ गुमशुदगी तक सीमित नहीं लगता, बल्कि परिजनों के आरोप संभावित हमले और जबरन ले जाए जाने की ओर भी इशारा करते हैं। पुलिस के लिए जांच का अहम बिंदु यह होगा कि क्या वाकई प्रदीप के साथ मारपीट के बाद उन्हें कहीं मजबूरन ले जाया गया।
आवेदन में जिन युवकों के नाम दर्ज हैं, उनकी भूमिका भी पुलिस जांच के दायरे में आएगी। ऐसे मामलों में शुरुआती घंटे बेहद महत्वपूर्ण होते हैं। इसलिए समयबद्ध और त्वरित कार्रवाई ही किसी अनहोनी से पहले युवक की लोकेशन और स्थिति का पता लगाने में मदद कर सकती है।
पुलिस ने आवेदन प्राप्त कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। परिवार और स्थानीय लोग प्रदीप की सकुशल वापसी की उम्मीद कर रहे हैं।



