निर्माण कार्य करने की अनुमति किस ने दी…नक्शा किस ने पास किया मेरे निजी भूमि पर : दुर्गा प्रसाद शर्मा
जमशेदपुर : कदमा थाना क्षेत्र अंतर्गत धतकीडीह टीओपी के निकट शर्मा होटल के समीप टेंट लगाकर दुर्गा प्रसाद शर्मा ने भूख हड़ताल करते हुए न्याय न मिलने पर आत्मदाह की चेतावनी देते हुए कहा कि ज़िला प्रशासन से न्याय नहीं मिला तो में आत्मदाह करने के लिए विवश हो जाऊंगा श्री शर्मा ने कहा कि में ब्राह्मण जाति से हूं. मेरा परिवार सन 1946 से यहां रहकर कारोबार कर पालन पोषण कर रहा है. ये मेरी निजी भूमि है. जिस का मकान संख्या 70/71 है। जिसका वर्ग फिट लग भाग 3000/हज़ार/ स्क्वेयर फिट है जो रजिस्ट्री डिड है। जिसका महीने का 1584/रुपया म्युनिसिपल चार्जेस municipal charges जमा करता हूं. इस भूमि पर विगत कुछ माह से लागतार दबंग भूमि माफिया जिन के ऊपर कई थाना में प्राथमिकी दर्ज है. नजमुद्दीन खान उर्फ लड्डू, सनावर रहमान उर्फ शमी, अदील रशीद, तारिक रशीद, मोहम्मद रफीक उर्फ नवाब, शकील राजा, उर्फ जुता शकील, रशीद खान, तुसीफ रहमान, आशिफ रहमान मिलकर फर्जी हस्ताक्षर और फर्जी दस्तावेज बना कर मेरी निजी भूमि को अपना भूमि बताकर निर्माण कार्य शुरू किए हुए है।
इस पर दो दो बार धारा 144 लगा जिस पर अनुमंडल पदाधिकारी धालभूम जमशेदपुर ने दिनांक 26/10/23 को mis केस नंबर 203(2023 को अदेश जारी किया कि इस भूमि पर Right title interest & Possession को लेकर विवाद Possession का निर्णय संभव प्रतीत नहीं होता है लिखा है. जिस पर माननीय मुंशाफ कोर्ट जमशेदपुर न्यायालय द्वारा दिनांक 24/1/2003 में किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य पर रोक का आदेश है. इस्तियाक एवं दुर्गा प्रसाद शर्मा के बीच हुए विवाद पर जिस में खेरून निशा भी शमिल है. उस के बाद भी नाम बदलकर संबंधित विभाग को गुमरहा कर कार्य शुरू कर दिया गया. कई बार मुझे जान मारने की धमकी परिवार को खतम करने की धमकी झूठे मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने और पलायन करने के लिए नामजद आरोपी मजबूर करते हैं।
में बहुत परेशान होकर अपनी जान मॉल की रक्षा के लिए भुख हड़ताल पर बैठने को मजबुर हुआ हूं। अगर मुझे ज़िला प्रशासन से न्याय नहीं मिला तो में यहां से पलायन के लिए मजबुर हो जाऊंगा में ज़िला प्रशासन से मांग कर करता हूं कि मेरे भूमि से संबंधित दस्तावेज कि पुरी जांच कर मेरी भुमि को दबंग भुमि माफिया से बचा लें. में दावे और बहुत ज़िमेदारी के साथ लिखित दे रहा हूं कि मेरी ये भूमि पर भू माफिया फर्जी दस्तावेज और हस्ताक्षर कर मेरी जमीन पर गैर कानूनी तरीके से काम कर रहे हैं।
यदि ज़िला प्रशासन इस गंभीर विषय को संज्ञान में समय रहते नहीं लिया तो खुन खराबा भी हो सकता है और मेरी और मेरे परिवार का जान की क्षति भी हो सकती है।
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