जमशेदपुर : कोल्हान के तीनों जिलों समेत झारखंड में भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इसे लेकर पूर्वी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां जिला प्रशासन ने खरकई और स्वर्णरेखा नदियों के जलस्तर में अचानक बढ़ोतरी और ओडिशा के बांध से पानी छोड़े जाने की आशंका को देखते हुए अलर्ट जारी किया है. पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने खरकई और स्वर्णरेखा नदी के तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों से सतर्क रहने और प्रशासन की सलाह का पालन करने की अपील की है. उन्होंने अनुमंडल पदाधिकारियों, नगर निकायों, प्रखंड विकास पदाधिकारियों और अंचल अधिकारियों को सतर्क रहने तथा आम जनता से समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए हैं. सरायकेला-खरसावां के उपायुक्त नितीश कुमार सिंह ने संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने, नदी किनारे बाढ़ संभावित इलाकों की पहचान करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने अधिकारियों से संवेदनशील क्षेत्रों, विशेष रूप से नदियों और चांडिल बांध के करीब जलमग्न क्षेत्रों की पहचान करने और सार्वजनिक उद्घोष प्रणालियों के माध्यम से लोगों को सचेत करने का निर्देश दिया. उन्होंने सिविल सर्जन को सभी स्वास्थ्य केंद्रों को सतर्क रखने, मोबाइल चिकित्सा इकाइयों और एंबुलेंस की तैनाती सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए हैं. मौसम विभाग ने 30 जून को खूंटी, रांची, रामगढ़, बोकारो, धनबाद, सरायकेला-खरसावां और पश्चिमी सिंहभूम जिलों के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है, जबकि एक जुलाई को गुमला, गढ़वा, पलामू, चतरा, लातेहार और लोहरदगा जिलों के लिए चेतावनी दी गई है. इस चेतावनी के मद्देनजर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आपदा प्रबंधन विभाग और सभी जिला प्रशासन को सतर्क रहने और जरूरतमंदों को हर स्थिति में सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘राज्य के कई जिलों में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. आपदा प्रबंधन विभाग और सभी जिला प्रशासन मौसम विभाग एवं अन्य एजेंसियों के साथ सतत समन्वय बनाकर रखें, सतर्क रहें और हर स्थिति में जनता को सहायता पहुंचाने का कार्य करें.’
