जमशेदपुर : घोड़ाबंधा स्थित खड़ंगाझार वन उद्यान पार्क, जो गोविंदपुर थाना एवं आंशिक टेल्को थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है, इन दिनों नशे के आदी नवयुवकों का सुरक्षित अड्डा बनता जा रहा है। स्थानीय जनता और श्रद्धालु इस पार्क में हो रही नशाखोरी और असामाजिक गतिविधियों से त्रस्त हैं।

इस गंभीर सार्वजनिक मुद्दे को भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रवक्ता अंकित आनंद ने सार्वजनिक हित में उठाया है। उन्होंने मंगलवार देर रात ट्वीट कर जिला प्रशासन को इस प्रकरण की जानकारी दी और तत्काल संज्ञान लेने की अपील की। इससे एक दिन पूर्व उन्होंने एक गोपनीय पत्र के माध्यम से उपायुक्त, वन क्षेत्र पदाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और नगर पुलिस अधीक्षक को संबोधित कर विस्तृत जानकारी दी थी।

पार्क से जुड़ी प्रमुख समस्याएँ इस प्रकार हैं:
- शाम 7 बजे के बाद बाहरी क्षेत्रों के नवयुवकों का पार्क में धड़ल्ले से प्रवेश
- ब्राउन शुगर, शराब, गांजा, सिगरेट जैसे मादक पदार्थों का खुलेआम सेवन
- कन्फूटा मैदान की टूटी बाउंड्री से अवैध प्रवेश
- पार्क में स्थापित सामग्रियों की तोड़फोड़ और क्षति
- पार्क परिसर में स्थापित लाइटें ट्रांसफार्मर और विद्युतिकरण के अभाव में एक साल से बंद
- पार्क परिसर में किसी भी सुरक्षा कर्मी या फॉरेस्ट गार्ड की अनुपस्थिति एवं CCTV कैमरा का अभाव.
भाजपा नेता अंकित आनंद ने स्पष्ट कहा कि “सिर्फ पार्क बना देने से जिम्मेदारी पूरी नहीं होती। उसका रखरखाव और सुरक्षा भी वन प्रशासन का उत्तरदायित्व है।” उन्होंने डीसी से अनुरोध किया है कि पार्क में जल्द से जल्द ट्रांसफॉर्मर लगवाया जाए और वन विभाग की ओर से समुचित निगरानी सुनिश्चित हो।
इस संबंध में एसएसपी पीयूष पांडेय तथा सिटी एसपी कुमार शिवाशीष ने अंकित आनंद को कार्रवाई का आश्वासन दिया है। साथ ही टेल्को और गोविंदपुर थाना को निर्देशित किए जाने की बात कही है कि वे संयुक्त रूप से सघन छापेमारी अभियान चलाएँ।
अंकित आनंद ने माँग की है कि:
- प्रतिदिन शाम 7 बजे के बाद औचक छापेमारी हो
- पीसीआर वाहन एवं टाइगर मोबाइल से नियमित गश्ती की व्यवस्था हो
- शिव मंदिर समिति के सहयोग से निगरानी तंत्र मजबूत किया जाए
- वन विभाग की जिम्मेदारी तय की जाए और लाइटिंग व CCTV कैमरा की समुचित व्यवस्था हो
- वन प्रशासन उद्यान परिसर के लिए 24 घंटे निगरानी हेतु स्थाई सुरक्षाकर्मी की प्रतिनियुक्ति करे.
स्थानीय लोगों को अब प्रशासनिक कार्रवाई का इंतजार है। यदि जल्द सुधारात्मक कदम नहीं उठाए गए, तो यह सुंदर वन उद्यान भविष्य में एक बड़े अपराध स्थल में भी तब्दील हो सकता है।
