जमशेदपुर : झारखंड में 1932 खातीयान का मामला धनबाद बोकारो से निकालकर पूरे झारखंड में तूफ़ान की तरह फैल चुका है ! टाइगर जयराम महतो के अगुवाई में आंदोलन जहां सरकार को घेर रही थी वही अब ये नया रंग लेने लगा है युवा नेता सागर तिवारी के सोशल मीडिया द्वारा “15 नवंबर 2000 से झारखंड में रहने वाले ही झारखंड के है” इस पोस्ट ने जयराम समर्थक का राज खोल दिया है कमेंट के माध्यम से जयराम समर्थक बिहारी भगाओ और गाली-गलौज करने से भीं नहीं चूके ! यहाँ तक की अपना ख्याल रखने का भी धमकी तक दे डाले ! सागर तिवारी से फ़ोन के माध्यम से जानकारी लेने पर उन्होंने कहा कि जयराम एक तेज़तरार युवा नेता है सरकार से उनका माँग उनके लिए सही हो सकता है पर उनके समर्थक पढ़े लिखे बहुत कम है वो समझ ही नहीं पा रहे की आंदोलन क्या है उनको बस लग रहा है जो यहां का नहीं है उससे झारखंड से भगाना है हो सकता है जयराम भी यही चाहते हो ! पर आने वाले समय मैं ये झारखंड के लिए नुक़सान होगा ये आंदोलन झारखंड को जला देगा ! अपने ही अपने के ख़िलाफ़ हों जाइएगा और झारखंड जलेगा ! सभी समाज के लोगो को इस मुद्दे पर मिलकर काम करना होगा ताकि शांति बने रहे और झारखंड का विकास हो।
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