बोकारो : चंदनकियारी प्रखंड के बरमसिया ओपी अंतर्गत गम्हरिया गांव में मंगलवार दोपहर 12 बजे तालाब में नहाने के दौरान मां, उनकी दो नाबालिग बेटियों समेत चार लोगों की मौत डूबकर हो गयी. मृतकों में एक वृद्धा भी शामिल है. मृत लोगों में बोकारो जिला परिषद कार्यालय में क्लर्क दिनेश दास की पत्नी लता दास (33 वर्ष), उनकी बड़ी पुत्री 14 वर्षीया शिखा किशोर और छोटी पुत्री नौ वर्षीया तन्वी किशोर शामिल हैं. ग्रामीण सुधीर दास की 56 वर्षीया पत्नी शांति देवी की भी डूबने से मौत हो गयी. दिनेश दास का परिवार गर्मी की छुट्टियां मनाने और शादी समारोह में शामिल होने गांव आया था।
कपड़ा धोने गयी थीं तालाब, नहाने के दौरान डूबीं……
परिजनों के अनुसार शिखा डीपीएस मामरकूदर में क्लास नौवीं की छात्रा थी. वहीं तन्वी रामकृष्ण विद्या मंदिर चास में क्लास पांचवीं में पढ़ती थी. दिनेश दास परिवार के साथ बोकारो में ही रहते हैं. घटना के समय वह कार्यालय में थे. दिनेश के पुत्र प्रेम किशोर ने घटना की जानकारी अपने पिता को दी. इसके बाद वह गम्हरिया अपने घर पहुंचे. बताया जाता है कि लता दास तालाब में कपड़े धोने गयी थी. उनके साथ उनकी दो पुत्रियां भी थीं. कपड़े धोने के बाद मां-बेटियां नहाने लगीं. तालाब के उसी घाट पर शांति देवी भी नहा रही थीं. नहाने के क्रम में सभी एक-एक कर डूबते चले गये. परिजनों ने आशंका जतायी है कि सभी बचाने के क्रम में गहरे पानी में डूब गये होंगे. ग्रामीण डूबे लोगों को तालाब से निकाल कर पुरुलिया इलाज के लिए ले गये. वहां चिकित्सकों ने जांच के बाद सभी को मृत घोषित कर दिया. सूचना मिलने पर बरमसिया ओपी प्रभारी कौशेंद्र कुमार दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों से घटना की जानकारी ली. सभी शवों का पोस्टमार्टम कराकर उन्हें परिजन को सौंप दिया गया है।
तालाब में शव तैरता देख पूरे इलाके में मचा हड़कंप……
ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि कुछ लोग तालाब की तरफ गये थे. वहां एक शव तैरते देखा. पूरे गांव में हड़कंप मच गया. तालाब किनारे ग्रामीण जुट गये. कई युवा शव निकालने तालाब में उतरे, तो एक-एक कर मां-बेटियों के शव मिले. जाल डालकर शांति देवी का शव निकाला गया. दिनेश दास के अनुसार, उनकी पत्नी-बच्चे गर्मी की छुट्टियां मनाने और शादी समारोह में शामिल होने गम्हरिया गांव आये थे. वह स्वयं बोकारो कार्यालय में मौजूद थे. दिनेश का पुत्र प्रेम किशोर भी अपनी मां के साथ गांव आया था. उसी ने फोन कर अपने पिता को घटना की जानकारी दी. सूचना मिलने के बाद दिनेश सीधे पुरुलिया अस्पताल चले गये. 13 वर्षीय प्रेम किशोर डीपीएस ममरकूदर में क्लास आठवीं में पढ़ता है. मां-बेटियों को बचाने में डूबी शांति देवी का परिवार अत्यंत गरीब है. पति दिव्यांग हैं. दो पुत्र मजदूरी कर भरण-पोषण करते हैं।
