लोकतंत्र सवेरा : भाजपा ने अभी तक सीएम फेस का ऐलान नहीं किया है. एक बार बाबूलाल मरांडी के नाम की चर्चा चली भी थी. लेकिन फिर शांत हो गई. मन ही मन मरांडी और मुंडा ये उम्मीद जरूर लगाए बैठे होंगे कि शायद उन्हें पार्टी मौका जरूर देगी. दोनों की दावेदारी इसलिए भी बनती है कि बाबूलाल मरांडी झारखंड के पहले सीएम रहे हैं. वही अर्जुन मुंडा की बात करें तो वे दो बार सीएम और केंद्र में मंत्री रह चुके हैं. चंपाई सोरेन की एंट्री से दोनों की दावेदारी पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं।
झारखंड के पूर्व सीएम और जेएमएम के कद्दावर नेता चंपाई सोरेन की भाजपा में एंट्री से सबसे बड़ा संकट सीएम पद के दावेदारों के सामने खड़ा होगा. बाबूलाल मरांडी और अर्जुन मुंडा पहले से ही कतार में हैं. अब चंपाई सोरेन की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद सियासी गलियारे में सवाल पूछे जा रहे है कि फिर मरांडी और मुंडा का क्या होगा…?
झारखंड के पूर्व सीएम और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के पुराने नेता चंपाई सोरेन लगभग भाजपा के हो गए है. अब महज इसका औपचारिक ऐलान भर बाकी है. सोशल मीडिया पर जारी उनके भावुक पत्र के बाद उनके लाख इनकार के बावजूद किसी को तनिक भी संदेह नहीं रह गया है कि वे जेएमएम से अपने जन्मजात रिश्ते को तिलांजलि दे रहे हैं. घर से पार्टी का झंडा और सोशल मीडिया अकाउंट से जेएमएम का लोगो हटा कर उन्होंने पार्टी से जुदाई का संकेत पहले ही दे दिया था. सीएम हेमंत सोरेन के इस बयान से भी चंपाई के जेएमएम से नाता तोड़ने की पुष्टि हो जाती है कि भाजपा तोड़-फोड़ के सहारे सत्ता हासिल करने की कोशिश करती है।