पटना: बिहार की राजधानी पटना में विपक्ष के कई प्रमुख राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेताओं की बैठक शुरू हो गई है। इस बैठक में कई दलों के प्रमुख और राज्यों के मुख्यमंत्री शिरकत कर रहे हैं। बैठक में मुख्य रूप से 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ मजबूत मोर्चा बनाने को लेकर चर्चा की जाएगी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव इस बैठक की मेजबानी कर रहे हैं। यह बैठक मुख्यमंत्री आवास पर हो रही है।
इस बैठक में मुख्य रूप से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, तमिलनाडु के सीएम स्टालिन, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार सहित कई अन्य नेता भी भाग ले रहे हैं।
बैठक से पहले राहुल गांधी ने यहां सदाकत आश्रम में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि विपक्षी दल एकजुट होकर भाजपा को हराने जा रहे हैं। भाजपा पर निशाना साधते हुए गांधी ने कहा कि भाजपा नफरत और हिंसा फैलाने का काम करती है जबकि कांग्रेस लोगों को जोड़ने का काम करती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का मानना है कि नफरत को नफरत नहीं बल्कि मुहब्बत ही काट सकती है, यही कारण है कि हम मुहब्बत की बात करते हैं।
इधर, खरगे ने कहा कि विपक्षी दल एकजुट होकर आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के जो उसूल हैं और हमारी पार्टी की जो आईडियोलॉजी है उसको बिहार कभी नहीं छोड़ सकता और बिहार अगर हम जीत गए तो सारे हिन्दुस्तान में हम जीत जाएंगे। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा था कि विपक्ष एक परिवार की तरह एकजुट होकर लड़ेंगे।
इधर, भाजपा इस बैठक को लेकर जमकर निशाना साध रहा है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने तो इस बैठक के स्थान पर सवाल उठाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री आवास का दुरूपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री रहना ही लोकतंत्र के लिए खतरा है। भाजपा के नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि नीतीश कुमार बारात की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन दूल्हा कौन होगा, इसका पता ही नहीं है।