रांची। राज्य के 510 सरकारी प्लस टू उच्च विद्यालयों में माध्यमिक आचार्य के 1,373 पदों पर नियुक्ति होगी। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग से अधियाचना मिलने के बाद झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने इन पदों के विरुद्ध नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए झारखंड प्रशिक्षित माध्यमिक आचार्य संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा-2025 का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सम्मिलित होने के लिए आनलाइन आवेदन 18 जून से 17 जुलाई तक भरे जाएंगे। 19 जुलाई तक परीक्षा शुल्क का भुगतान तथा फोटो एवं हस्ताक्षर अपलोड करने के लिए लिंक खुला रहेगा।
पहली बार प्लस टू उच्च विद्यालयों में आर्टिफिशयल इंटेलीसेंस एंड कोडिंग, साइबर सेक्यूरिटी एंड डेटा साइंस, कंप्यूटर साइंस, अप्लाइड इंग्लिश आदि विषयों में शिक्षकों की नियुक्ति इस प्रतियोगिता परीक्षा के माध्यम से होगी। इन पदों पर नियुक्ति लेवल छह तथा 35,400-1,12,400 के वेतनमान में होगी। नियुक्ति के लिए संबंधित विषय में न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ स्नातकोत्तर तथा बीएड उत्तीर्ण होना अनिवार्य किया गया है। प्रतियोगिता परीक्षा की बात करें तो यह ओएमआर तथा कंप्यूटर आधारित होगी।
परीक्षा सिर्फ एक चरण (मुख्य परीक्षा) में ली जाएगी। इसमें सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ एवं बहुविकल्पीय उत्तर युक्त होंगे। यह परीक्षा दो पालियों में दो पत्रों की होगी। पहले पत्र में स्नातक स्तर के प्रश्न पूछे जाएंगे, जबकि दूसरे पत्र में स्नातकोत्तर स्तरीय प्रश्न होंगे। पहले प्रश्नपत्र में प्रत्येक प्रश्न एक अंक तथा दूसरे पत्र में प्रत्येक प्रश्न दो अंकों का होगा। दोनों पत्रों में गलत उत्तर के लिए अंकों की कटौती नहीं की जाएगी। पहले पत्र में सामान्य ज्ञान (कम्प्यूटर संचालन की सामान्य जानकारी सहित) के 100 अंक तथा हिंदी एवं अंग्रेजी भाषा के 100 अंकों के प्रश्न पूछे जाएंगे। इसी तरह, दूसरे पत्र में माध्यमिक (नौवीं से 12वीं) स्तर पर जिस विषय में नियुक्ति होनी है, उस विषय की परीक्षा होगी।
पहला पत्र अर्हक होगा जिसमें न्यूनतम 33 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होगा। इसमें उत्तीर्ण होने के बाद ही दूसरे पत्र के उत्तर की जांच होगी। इसमें न्यूनतम 50 प्रतिशत (एससी, एसटी के लिए 45 प्रतिशत) अंक लाना अनिवार्य होगा। इस पत्र के प्राप्तांकों के आधार पर मेधा सूची तैयार होगी।
जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा के आचार्य तथा विशेष शिक्षा आचार्य की भी होगी नियुक्ति
510 प्लस टू उच्च विद्यालयों में पहली बार कई विषयों में शिक्षकों की नियुक्ति हो रही है। साथ ही जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषाओं में शिक्षकों के साथ-साथ विशेष बच्चों के लिए विशेष शिक्षा आचार्य की भी नियुक्ति होगी। बताते चलें कि पहली बार इन विद्यालयों में माध्यमिक आचार्य के पद सृजित किए गए हैं।

