रांची : पुरानी अदावत और अकेले पूरा गांजा व कोरेक्स टान लेने का नतीजा है अभिषेक सिंह उर्फ बजरंग सिंह का मर्डर। अभिषेक सिंह को बीते 22 जनवरी को 16-17 बार ताबड़तोड़ छुरा मारकर मौत के घाट उतार दिया था। उसकी हत्या के इल्जाम में रांची की चान्हों पुलिस ने चार संदेही गुनहगारों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों के नाम आजाद अंसारी, नसीम अंसारी, राजू राय उर्फ मुस्ताक राय और युनूस राय बताये गये। इनकी निशानदेही पर पुलिस ने मर्डर में इस्तेमाल खून लगा छुरा, मारे गये अभिषेक सिंह का खून लगा कपड़ा, मृतक का काला रंग का बैग और एक सेट कपड़ा बरामद किया है। इस बात का खुलासा आज रांची के रुरल SP सुमित कुमार अग्रवाल ने किया।
रुरल SP सुमित कुमार अग्रवाल ने मीडिया को बताया कि बीते 24 जनवरी को मनोरमा देवी चान्हों थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी कि उनके बेटे अभिषेक सिंह उर्फ बजरंग सिंह की छुरा मारकर हत्या कर दी गयी है। मामला DIG सह रांची पुलिस कप्तान चंदन सिन्हा के कानों तक पहुंचा। रुरल SP सुमित अग्रवाल के नेतृत्व और खलारी DSP रामनारायण चौधरी की देखरेख में टीम गठित की गयी। गठित टीम ने टेक्निकल सेल की मदद ली और टांगर का रहने वाला आजाद अंसारी को उसके ससुराल से उठा लिया। आजाद अंसारी का ससुराल सोपरोम में है। उसने पुलिस के सामने अपना गुनाह कबूल कर लिया। कांड में उसका साथ देने वालों के बारे में भी पुलिस को सबकुछ बता दिया। मिले इनपुट पर पुलिस ने छापेमारी कर नसीम अंसारी, राजू राय उर्फ मुस्ताक राय और युनूस राय को भी गिरफ्तार कर लिया। सभी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया और उनकी निशानदेही पर पुलिस ने मृतक के सामान और वारदात को अंजाम देने में इस्तेमाल छुरा बरामद कर लिया।
गिरफ्तार संदेही गुनहगारों ने पुलिस को बताया कि आजाद अंसारी और अभिषेक दोनों ड्राइवर का काम करते थे। दोनों कोयला का कारोबार भी करते थे। कायेला का धंधा करने को लेकर दोनों में अदावत हो गयी थी। बावजूद इसके दोनों साथ में गांजा पीते थे। बीते 22 जनवरी को भी अभीषेक सिंह, आजाद अंसारी और उसके साथियों के साथ गांजा टान रहा था। इस दौरान वह पूरा गांजा अकेले टान गया। वहीं कोरेक्स भी अकेले पी गया। इस बात पर आजाद अंसारी बमक गया और गांजा काटने वाले छुरा से ही ताबड़तोड़ वार कर अभिषेक सिंह को मौत के घाट उतार दिया। इन संदेही गुनहगारों को धर दबोचने में खलारी DSP रामनाराण चौधरी, मांडर के सर्किल इस्पेक्टर शशिभूषण चौधरी, चान्हों थानेदार चंदन कुमार गुप्ता, एसआई संजय कुल्लू, सुरेंद्र कुमार, श्याम किशोर सिंह, एएसआई संजय कुमार सिंह और अनिल मांझी की सराहनीय भूमिका रही।