RANCHI : राजधानी रांची की साइबर थाना पुलिस ने बुजुर्ग के खाते से 3.26 लाख रुपये की अवैध निकासी करने वाले दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी सगे भाई हैं और पश्चिम सिंहभूम जिले में चाईबासा के रहने वाले हैं। आरोपियों की पहचान प्रशांत खिलार और रूपेश खिलार के रूप में हुई है, जो ग्राहक सेवा केंद्र चलाते हैं। मामले की जानकारी डीआईजी सह एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने दी। उन्होंने बताया कि 25 अप्रैल को साइबर अपराध थाना के प्रभारी को धुर्वा निवासी 81 वर्षीय चुंडा पुर्ती ने एक आवेदन दिया, जिसमें उन्होंने लिखा था कि पांच अप्रैल से 11 अप्रैल के बीच उनके दो बैंक खातों से 3,26,278 रुपये की अवैध निकासी हुई है।
जांच के दौरान तकनीकी साक्ष्य के माध्यम से पता चला कि बुजुर्ग पश्चिम सिंहभूम स्थित जिस ग्राहक सेवा केंद्र से पैसा निकालते थे, उसके संचालक प्रशांत खिलार और उनके भाई रूपेश खिलार ने इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उनके पास से 2,57,200 रुपये, तीन मोबाइल फोन, तीन चेक बुक और चार पासबुक बरामद किया है, आरोपियों ने बुजुर्ग के दोनों बैंक के एटीएम कार्ड का फोटो ले लिया और बैंक से रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर का पोर्ट कोर्ड लेकर दूसरे व्यक्ति के नाम से सिम को पोर्ट करा लिया। इसके बाद उन्होंने अपनी दुकान के एक मोबाइल फोन में सिम लगाकर बुजुर्ग का यूपीआई बना लिया और खाते से अवैध निकासी कर ली। प्रशांत खिलार ने बुजुर्ग के खाता से दो लाख रुपये अपने भाई रूपेश खिलार के खाते में ट्रांसफर किए।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच कर रही है। एसएसपी ने बताया कि साइबर अपराध के मामलों में पुलिस की कार्रवाई जारी है और लोगों को अपने खातों की सुरक्षा के लिए जागरूक रहने की जरूरत है। रांची में साइबर अपराध का यह बड़ा मामला है, जिसमें दो सगे भाइयों ने बुजुर्ग के खाते से 3.26 लाख रुपये की अवैध निकासी की है। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच कर रही है। इस मामले में पुलिस की कार्रवाई से लोगों को अपने खातों की सुरक्षा के लिए जागरूक रहने की जरूरत है।
