झारखंड में नए साल की शुरुआत के मौके पर ‘सरहुल’ नाम का त्योहार मनाया जाता है और इसी के मद्देनजर अंबा प्रसाद ने अपना पहला म्यूजिक वीडियो रिलीज किया है.
RANCHI : झारखंड कांग्रेस की विधायक अंबा प्रसाद से मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सोमवार को छह घंटो से अधिक समय तक पूछताछ की गई लेकिन उससे कुछ घंटे पहले ही उन्होंने अपने राज्य के सबसे बड़े आदिवासी त्योहारों में से एक के मौके पर अपना पहला म्यूजिक वीडियो जारी किया. अंबा प्रसाद ने “जिया हरसाए” नाम का म्यूजिक वीडियो सोमवार सुबह रांची में प्रेस कॉन्फ्रेंस केदौरान जारी किया था.
दरअसल, झारखंड में नए साल की शुरुआत के मौके पर ‘सरहुल’ नाम का त्योहार मनाया जाता है और इसी के मद्देनजर उन्होंने अपना पहला म्यूजिक वीडियो रिलीज किया है. पर्यावरण को समर्पित गाने को उन्होंने खुद ही गाया है और इस पर डांस भी किया है. उन्होंने इसके बारे में बात करते हुए कहा, “यह एक छोटी सी पहल है. मुझे बचपन से ही संगीत और नृत्य का शौक रहा है और हमने इसे सरहुल पर बनाया है.”
इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय में गहन पूछताछ सत्र रात 9 बजे तक चला. जाते समय, उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने उनसे जो अधिकांश प्रश्न पूछे, वे उनके पास से जब्त किए गए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के बारे में थे और उन्हें मंगलवार को फिर से पेश होने के लिए कहा गया है. उनके पिता और पूर्व मंत्री योगेन्द्र साव से एजेंसी ने कथित जबरन वसूली और जमीन हड़पने के एक मामले में 3-4 अप्रैल को पूछताछ की थी.
आप सभी को जय जोहार एवम सरहुल पर्व कि हार्दिक शुभकामनाएं एवम बधाई 🙏🙏🙏🌹💐
गीत संगीत हमारी ज़िंदगी का रस हैं। ज़िन्दगी की यही रीत है
जीवन का सुर ही संगीत है।सरहुल पर्व के पावन अवसर पर प्रकृति प्रेम पर आधारित इस गीत को मैंने अपनी आवाज दी है एवं गाने में अभिनय के माध्यम से… pic.twitter.com/sX6SUMfOXk
— Amba Prasad (@AmbaPrasadINC) April 9, 2024
सोमवार को ईडी कार्यालय में जाने से पहले, 36 वर्षीय विधायक ने पत्रकारों के साथ संगीत और नृत्य के प्रति अपने प्रेम को साझा किया और अपनी संस्कृति के संरक्षण के बारे में विस्तार से बात की. उन्होंने कहा कि एक दिन ऐसे ही गाना गुनगुनाते हुए उनके मन में आया कि इसी के जरिए लोगों को एक संदेश दिया जाना चाहिए. बड़कागांव विधायक ने कहा कि उन्होंने इस गाने को सिर्फ एक घंटे में रिकॉर्ड किया जबकि वीडियो को फिल्माने में लगभग छह घंटे लगे.
उन्होंने कहा, “संगीत मेरी जिंदगी का हिस्सा है और मुझे जहां मौका मिलता है मैं इसमें भाग लेने की कोशिश करती हूं. संगीत मेरे दिमाग को शांत करता है और मुझे ताकत देता है. यह वैज्ञानिक तौर पर भी माना गया है कि संगीत मेंटल स्ट्रेस को कम करता है.” उन्होंने ईडी समन के बारे में भी बात की और कहा कि यह पहली बार नहीं है, जब वो इस तरह की चुनौती का सामना कर रही हैं. उन्होंने कहा, “मैं बचपन से ही चुनौतियों का सामना करती आ रही हूं लेकिन मेरा मानना है कि अंत में सच की ही जीत होती है.”
क्या है मामला
ईडी ने कथित जबरन वसूली, लेवी वसूली, अवैध रेत खनन और जमीन कब्जाने की जांच के सिलसिले में मार्च में सुश्री प्रसाद और उनके पिता के परिसरों पर छापेमारी की थी. एजेंसी का दावा है कि उसने “35 लाख रुपये की अस्पष्ट नकदी, डिजिटल उपकरण, सर्कल कार्यालयों, बैंकों आदि के नकली टिकट और आपत्तिजनक दस्तावेज” और झारखंड में अवैध रेत खनन से संबंधित रिकॉर्ड जब्त किए हैं..