हालिया दिनों में राज्य भर में चल रहे स्थानीयता के मुद्दे पर आज समाजसेवी और भाजपा नेता सुनील सिंह चौहान ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि विगत कुछ सालों से देखता आ रहा हूँ, की चाहे राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हो,या उनके पार्टी के नेता वे खुलकर बिहारी विरोध की राजनीति कर अपना चेहरा चमकाने में लगे है। उन्होंने जय राम महतो पर भी तंज कसते हुए कहा कि सब बिहारी और आदिवासी के नाम पर राजनीतिक रोटी सेकने का लगातार प्रयास कर रहे है। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन जी झारखंड आपके पिताजी की संपत्ति नही है जो आप किसी को यहाँ से भगा दोगे। जिस तरह आप अपने पिता के बेटे हो उसी तरह झारखंड भी बिहार का ही अंग था। बिहार के समय कुछ लोग ऐसे भी है जिनका जमीन पटना में था,और धंधा रांची में चलता था।तो वैसी स्थिति में आप किस आधार पर किसी को बाहरी के नाम पर भगा सकते हो। भोले भाले आदिवासियों को बिहारी के नाम पर बहका के राजनीतिक रोटी सेकना बंद करें चाहे वो कोई भी नेता हो।आपके कुकर्मों को बर्दाश्त नही किया जाएगा।मुँह तोड़ जवाब दिया जाएगा
