पुलिस अधिकारी ने बताया कि अक्षय शिंदे को तलोजा जेल से जांच के लिए बदलापुर ले जाया जा रहा था। जब पुलिस की गाड़ी मुंब्रा बाईपास पर पहुंची, तो शिंदे ने एक पुलिसकर्मी की रिवॉल्वर छीन ली और ASI पर गोली चला दी।
MAHARASTRA : बदलापुर रेप केस का आरोपी पुलिस एनकाउंटर में मार गिराया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी ने पहले पुलिसकर्मी पर गोली चलाई और जवाबी गोलीबारी में उस पर भी फायरिंग की गई। आरोपी अक्षय शिंदे को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसने दम तोड़ दिया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि अक्षय शिंदे को तलोजा जेल से जांच के लिए बदलापुर ले जाया जा रहा था। जब पुलिस की गाड़ी मुंब्रा बाईपास पर पहुंची, तो शिंदे ने एक पुलिसकर्मी की रिवॉल्वर छीन ली और सहायक पुलिस निरीक्षक (ASI) पर गोली चला दी। इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में फायरिंग की।
आरोपी अक्षय शिंदे पर बदलापुर के एक स्कूल के शौचालय में 4 साल और 5 साल की दो बच्चियों के रेप करने का आरोप था। अब मुठभेड़ में उसके मारे जाने की खबर ऐसे समय सामने आई है जब उस स्कूल के चेयरमैन और सचिव ने अग्रिम जमानत के लिए आज ही बंबई हाई कोर्ट का रुख किया, जहां आरोपी ने लड़कियों का यौन उत्पीड़न किया था। दरअसल, पुलिस को घटना की सूचना तुरंत न देने और लापरवाही के आरोप में स्कूल के चेयरमैन और सचिव के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के के तहत मामला दर्ज किया गया है। विशेष अदालत ने दोनों आरोपियों की अग्रिम जमानत अर्जी खारिज कर दी थी, जिसके बाद उन्होंने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है।
स्कूल के शौचालय में नाबालिग बच्चियों का रेप
पिछले महीने पुरुष सहायक की ओर से स्कूल के शौचालय में 4 साल और 5 साल की दो बच्चियों का यौन उत्पीड़न किए जाने का मामला सामने आया था। बदलापुर पुलिस शुरू में मामले की जांच कर रही थी, लेकिन पुलिस की जांच में गंभीर खामियों को लेकर जन आक्रोश के बाद महाराष्ट्र सरकार ने विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया। आरोपी सहायक को गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन स्कूल के चेयरमैन और सचिव को अभी तक हिरासत में नहीं लिया गया है। पिछले महीने हाई कोर्ट ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया और वह जांच की निगरानी कर रहा है।
कांग्रेस नेता ने एनकाउंटर पर उठाए सवाल
कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘पुलिस की कहानियां एक के बाद एक बदल रही हैं। पहले कहा गया कि उसने आत्महत्या करने की कोशिश की, फिर कहा गया कि यह एक एनकाउंटर है, फिर कहा गया कि वह पुलिस पर हमला कर रहा था। एनकाउंटर किसका होता है? एनकाउंटर आतंकवादियों, अंडरवर्ल्ड के गुनहगारों का होता है। ऐसा लगता है कि शायद पुलिस किसी उच्च पद पर बैठे व्यक्ति को बचाने की कोशिश कर रही है। यह बहुत गंभीर मामला है। मुझे लगता है कि CJI को इस मामले का स्वत: संज्ञान लेना चाहिए और इस घटना को अपने हाथ में लेना चाहिए।’