जमशेदपुर : केशव भवन चांदनी चौक परसुडीह में अखिल झारखंड पिछड़ा महासभा जिला समिति द्वारा महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती मनाई गई, साथ ही उनके नाम पर केक कटिंग कर उनके प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया और बच्चो खासकर उन गरीब लडकियो के बीच शिक्षा का प्रसार प्रचार हेतु कॉपी कलम पेंसिल वितरण कर उन्हे याद किया गया।
उक्त अवसर पर पार्टी के केंद्रीय प्रधान महासचिव रामचंद्र सहिस ने बताया की 19 वी सदी के महान समाज सुधारक और महिला सशक्तिकरण के जनक जिनका योगदान महिलाओ को शिक्षा के प्रति बढ़ावा देना शिक्षा में उनके अधिकार दिलाने बाल विवाह के खिलाफ और विधवा विवाह के समर्थक थे उस दौर में महिलाओ और विधवाओं का शोषण आम बात थी , लेकिन एसी महान विभूतियों के अथक प्रयास से ही आज महिलाओ को उनका अधिकार मिल पाया है शिक्षा के क्षेत्र में महिलाओ की भागीदारी बढ़ी है लेकिन राज्य सरकार को उनके किए कार्यों को पाठ्यक्रम के साथ साथ अन्य इतिहास के पाठ्यक्रमों में शामिल करने की जरूरत है तभी वर्तमान समय में युवाओं और खासकर समाजिक न्याय की आवाज बुलंद करने वाले लोगो को उनके जीवनी से सीखने और समझ कर उस दिशा में निरंतर आगे बढ़ने का संकल्प को मजबूती मिलेगी।
कार्यक्रम में जिला के प्रभारी प्रो रविशंकर मौर्या ने बताया की महिलाओ को स्वतंत्रता से जीने के लिए रूढ़िवादी विचारो वाले समाज में सुधार लाने के लिए महात्मा ज्योतिबा फुले का विशेष योगदान रहा है उन्होंने उस वक्त बड़े ही कठिनाई से महिलाओ को शिक्षा के प्रति जागरूक करने और उन्हें स्कूल तक पहुंचने को प्रेरित किया और इस कड़ी में उन्होंने स्कूल भी खोल महिलाओ को शिक्षा से जुड़ने का अवसर प्रदान किया फिर बाल विवाह रोकने के लिए विद्रोह की पहली बिगुल फूंक इसका विरोध किया और उनके इन्ही सारे उपलब्धियों के वजह से उन्हें महात्मा की उपाधि दी गई।
कार्यक्रम में आजसू पार्टी के जिला अध्यक्ष कन्हैया सिंह ने कहा की एसे ही कोई महापुरुष नही बनता है जहा इस देश में लड़कियों को पढ़ने का अधिकार नहीं था तो इन्होंने महिलाओ को शिक्षा से जोड़ कर लोगो के बीच में अपनी एक अलग पहचान बनाई है और उनके किए कार्यों को सही में अबतक की सरकार सही दिशा में कार्य करती तो अबतक कोई बच्चे या बच्चीया सतत प्रतिशत शिक्षित हो जाती लेकिन दुर्भाग्य है अभितक उनके द्वारा किए शिक्षित व्यवस्था को दुरुस्त करने का प्रयास नहीं किया नही तो आज भी महिलाए शिक्षा से वंचित है और शोषण की शिकार हो रही है।
कार्यक्रम का संचालन पिछड़ा महासभा के अध्यक्ष प्रकाश विश्वकर्मा और धन्यवाद मंजीत यादव ने किया कार्यक्रम में मुख्यरूप से चंद्रगुप्त सिंह, फनीभूषण महतो, संजय मालाकार, सावित्री देवी, अप्पू तिवारी,अनु सिंह, प्रभाकर साहू, आकाश सिन्हा, उपेंद्र सिंह, यमुना प्रभाकर, धर्मवीर सिंह, अरूप मल्लिक, मनोज चौरसिया, संतोष सिंह, जगन प्रजापति, संभू शरण, मनोज ठाकुर, सुधीर सिंह, प्रवीन प्रसाद, सचिन प्रसाद, प्रमोद चौबे बबलू करुआ, अशोक भगत, शंकर प्रजापति, त्रिभुवन स्वांशी, राजेंद्र भगत समेत अन्य मौजूद रहे।