संवाददाता : संजर खान : जमशेदपुर : लौहनगरी की प्रचंड गर्मी में जहा जमशेदपुर वासियों का जीना मुश्किल हो चला है वही जू के जानवरो और जीव जंतुओं को गर्मी से बचाए रखने के लिए पंखा, कुलर और चटाई की सुविधा दे उन्हे बढ़ते गर्मी से बचाने का किया जा रहा प्रयास। जहा के डायरेक्टर के मुताबिक ये बेजुबान जानवर है इनको हम आप से ज्यादा गर्मी से बचाव की जरूरत है इस कारण इन्हें कुलर की हवा दे पानी का फुहारा दिया जा रहा।
यह है लौह नगरी जमशेदपुर का टाटा जूलॉजिकल पार्क इस जू में बाघ, शेर, दरियाई घोडा, हिरण, बारहसिंघा, बंदर, विदेशी पक्षी समेत विभिन्न प्रजातियों के जीव जन्तुओ को पर्यटको को आकर्षित करने के लिए रखा गया है। जहा इस प्रचंड गर्मी से बचाने के लिए और इन जानवरों को राहत देने को लेकर जू प्रशासन ने कई इन्तेजामात किये है, कई जानवरो को दिन में दो बार पानी का फुवारा दे इन्हे ठंडा रखा जा रहा।
वही कई जानवर के पास कुलर लगा दिया गया है वही कई जानवर और पक्षियों को शीतल रख उनके प्राण बचाने के उद्देश्य से पंखा का हवा और चटाई के घेरे में रखा गया है ताकि इस आग बरसने वाली गर्मी में इनकी प्राण बचाई जा सके। जहा इस टाटा जू के डायरेक्टर ने बताया यह हमारा कर्तव्य है की इन जानवरों और पक्षियों की जान बचाने हेतु कार्य करे इस कारण लगभग जीव जंतुओं के सामने गर्मी के राहत देने के उपकरण लगाए जा चुके है।
वही ज़ू में जानवरों की देख भाल करने वाले कीपर की माने तो गर्मी में जानवरों की बढ़ती परेशानियों को देखते हुए यह तमाम चीजें रखवाई गई है। जहा मेडीसिन हो या खाना सभी समय समय पे दिया जाता है ताकि कोई भी जानवर गर्मी की चपेट में ना आए. जहा टाटा जू में मनोरंजन के खयाल से पहुंचे पर्यटक बताते है गर्मी काफी पड़ रही है जिसको लेकर कई नई व्यवस्था की गई मगर और करने की जरूरत है. ऐसे में जू के जानवर फ़िलहाल मौजूदा समय में राहत का अनुभव कर पा रहे मगर जहा पारा 42 डिग्री पार हो चुका है और आगे बढ़ता है तो क्या होगा क्या यह चिंता का विषय।