प्रयागराज: इन दिनों सोशल मीडिया पर एक खबर खूब वायरल हो रही है। जिसमें बताया जा रहा है कि एक चतुर्थ वर्गीय पति ने अपनी पत्नी को पढ़ा लिखाकर शादी के 12 साल बाद एसडीएम बनाया। उसने अपनी कमाई का सारा पैसा पत्नी को पढ़ाने में खर्च कर दिया। लेकिन जैसे ही पत्नी ने एसडीएम की कुर्सी संभाली उसने अपने पति को छोड़ दिया।
यह कहानी प्रयागराज की है। यह अमिताभ बच्चन की फिल्म सूर्यवंशम से थोडी मिलती जुलती है। फिल्म में अमिताभ ने हीरा का किरदार निभाया था, जो अपनी पत्नी को पढ़ाकर अफसर बनाता है, लेकिन उस फिल्म में पत्नी अपने पति के साथ रहती है जबकि यहां पत्नी कुर्सी पाते ही बेवफा बन गयी। यही नहीं उसने पति के खिलाफ केस भी दर्ज करा दिया और अलग रहने लगी।
जानिए क्या है मामला:
बताया जाता है कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी आलोक मौर्य की शादी 2010 में वाराणसी के चिरई गांव की रहने वाली ज्योति के साथ हुई थी। ज्योति ने शादी के बाद आगे की पढ़ाई करने की इच्छा जताई। उसके बाद आलोक ने अपनी छोटी सी तनख्वाह में से पैसे काटकर उसकी पढ़ाई के लिए रुपये जोड़े।
उन्होंने उसका दाखिला प्रयागराज के एक अच्छे कोचिंग सेंटर में कराया था। साल 2015 में जिस दिन उसके घर दो जुड़वा बेटियां हुईं, उसी दिन पीसीएस का रिजल्ट आया और ज्योति का सेलेक्शन पीसीएस में हो गया। पूरे घर में खुशी छा गई। उस समय ज्योति ने इसका श्रेय अपने पति आलोक मौर्य और ससुर को दिया। लेकिन अधिकारी बनने के बाद एक चपरासी पति के साथ ज्योति को रहना खटकने लगा। फिर उसने अपने पति को ही किनारे कर दिया। इतना ही नहीं अपने पति को मरवाने और किसी और के साथ घर बसाने की योजना बनाने लगी। ऐसा आरोप पंचायती राज विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पति आलोक मौर्य ने अपनी पीसीएस पत्नी ज्योति वर्मा पर लगाया है।
पीसीएस पत्नी ने ससुरालवालों पर दहेज उत्पीड़न का लगाया आरोप:
वहीं पीसीएस पत्नी ने अपने पति और उसके परिवार वालों के ऊपर दहेज मांगने, बदनाम करने, उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए धूमनगंज थाने में मुकदमा दर्ज करवा दिया है। क्या है पूरा मामला? यूपी के बरेली जिले में तैनात सीनियर महिला पीसीएस अधिकारी पर उनके पति ने बेवफाई के आरोप लगाए हैं।
प्रतापगढ़ जिले में पंचायत राज विभाग में चतुर्थ श्रेणी पद पर कार्यरत पति ने अपनी एसडीएम पत्नी और उसके प्रेमी से जान का भी खतरा बताया है। पीड़ित पति आलोक कुमार मौर्या ने धूमनगंज थाने में पत्नी और उसके प्रेमी के खिलाफ तहरीर दी है। हालांकि पुलिस ने अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं किया है। वहीं पीड़ित पति इस मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में भी कार्रवाई की गुहार लगा चुका है।
प्रेम प्रसंग का आरोप, प्रेमी मनीष दूबे अपनी पत्नी से ले रहा तलाक:
आलोक और ज्योति की शादीशुदा जिंदगी सही चल रही थी लेकिन इसी बीच साल 2020 में ज्योति की मुलाकात होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे से हुई। आलोक का कहना है कि ज्योति मनीष के करीब और उससे दूर होती चली गई। पति आलोक मौर्य का आरोप है कि उसे अपनी पत्नी पर शक हुआ तो उसने मोबाइल चेक किया इसमें मनीष दुबे, जोकि होमगार्ड कमांडेंट के पद पर तैनात है, के साथ उसकी पत्नी ज्योति मौर्य का ओपन चैट सामने आया। यही नहीं उसका आरोप है कि दोनों को उसने रंगे हाथ पकड़ लिया था। बताया जा रहा है कि ज्योति का प्रेमी फिलहाल गाजियाबाद में होमगार्ड कमांडेंट के पद पर तैनात है, उसने अपनी पत्नी को तलाक देने की अर्जी कोर्ट में दे रखी है। वहीं ज्योति भी आलोक से तलाक की मांग कर रही है।
सीएम कार्यालय के आदेश पर जांच शुरू:
सीएम ऑफिस के निर्देश मिलने पर जांच शुरू मुख्यमंत्री कार्यालय ने शिकायत का संज्ञान लेते हुए पुलिस महानिदेशक को मामले की जांच करने का निर्देश दिया था। पुलिस महानिदेशक की ओर से मामला संदर्भित किए जाने के बाद होमगार्ड मुख्यालय ने प्रकरण की जांच शुरू कर दी है। इस बारे में डीजी होमगार्ड बीके मौर्या ने बताया कि महिला के पति की शिकायत पर विभाग की तरफ से जांच शुरू कर दी गई है। प्रयागराज के डिप्टी कमांडेंट संतोष कुमार को जांच सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।