बदायूं : पोस्टमॉर्टम के बाद जब महिला का शव परिजनों को सौंपा गया तो शव की दोनों आंखें गायब थीं। यह देख परिजन चौंक गए। सोमवार शाम को हंगामा किया और कलेक्ट्रेट पहुंचे। डीएम से शिकायत की। डीएम ने दोबारा शव का पोस्टमॉर्टम कराने का आदेश दिया। तीन डॉक्टर के पैनल ने दोबारा पोस्टमॉर्टम किया। मंगलवार को रिपोर्ट आई, जिसमें आईबॉल अपसेंट दिखाई गई है। यानी आंख नहीं मिली। मामले में पहले पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर और उनकी टीम पर मानव अंग प्रत्यारोपण अधिनियम के तहत FIR दर्ज की गई है।
साथ ही मजिस्ट्रियल जांच के भी आदेश दिए गए हैं। पूरा मामला मुजरिया थाने के रसूला गांव का है। भाई राजकुमार का आरोप है कि मेरी बहन पूजा की ससुराल वालों ने 10 दिसंबर को दहेज की खातिर हत्या कर दी थी। मामले में हमने 11 दिसंबर को मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा था। 11 दिसंबर को पोस्टमॉर्टम करके शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। इसके बाद हम बॉडी को लेकर घर आ गए। यहां मुंह देखने के लिए बैग को खोला गया तो उसकी दोनों आंखें गायब थीं। शव से आंखें निकालकर डॉक्टर और उनकी टीम ने गायब कर दी हैं।
रसूला गांव के जोगेंद्र के साथ पूजा की 9 महीने पहले शादी हुई थी। पूजा अलापुर के कुतरई गांव की रहने वाली थी। पिता का नाम गंगाचरन है। रविवार को पूजा की ससुराल में संदिग्ध हालात में मौत हो गई। शव कमरे में लटका मिला था। मायके वालों की तहरीर पर ससुरालवालों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की FIR दर्ज हुई। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हैंगिंग से मौत की पुष्टि हुई। पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया तीन डॉक्टर्स के पैनल से कराई गई। इसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया। परिजनों ने बताया कि पोस्टमॉर्टम हाउस से लाश पैक करके दी गई थी। परिजन शव को मायके ले गए। वहां घर पहुंचकर देखा तो शव की दोनों आंखें नहीं थी।
यह देख परिजन भड़क गए। परिवार ने शव का अंतिम संस्कार नहीं किया। शाम को सीधे डीएम के पास कलेक्ट्रेट पहुंच गए। यहां डीएम मनोज कुमार अफसरों की बैठक ले रहे थे। इस दौरान मामला पता लगने पर डीएम ने परिजनों से लिखित शिकायत ली। सीएमओ समेत एसएचओ मुजरिया से मामले की जानकारी ली। वहीं सीएमओ को कमेटी बनाकर मामले की जांच के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि शव का दोबारा पोस्टमॉर्टम किया जाए। डीएम मनोज कुमार ने शव का दोबारा पोस्टमॉर्टम कराने के लिए कहा। ताकि स्पष्ट हो सके कि महिला की आंख पोस्टमॉर्टम हाउस पर मौजूद खराब एवं जर्जर फ्रीजर में घुसा कोई जानवर खा गया या फिर कुछ और मामला है। जांच में यह तथ्य भी शामिल किया गया है कि अगर पोस्टमॉर्टम के वक्त आंखें नहीं थीं तो परिजनों को इसकी जानकारी क्यों नहीं दी गई।