पटना : लोकसभा चुनाव से पहले बुधवार को पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी का कांग्रेस में विलय हो गया। पार्टी सुप्रीमो अन्य नेताओं के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए। बताते चलें कि, इससे पहले पप्पू यादव ने पटना में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी। आगामी चुनाव को लेकर तीनों नेताओं ने चर्चा की और रणनीति बनाई गई। पप्पू यादव का कहना है कि, नरेंद्र मोदी और बीजेपी को रोकने के लिए हम तैयारी कर रहे हैं।
बता दें कि, पप्पू यादव की पत्नी रंजीता रंजन कांग्रेस पार्टी से सांसद हैं। कांग्रेस आलाकमान के साथ पप्पू यादव का तालमेल बैठाने में रंजीता ने अहम भूमिका निभाई है। पप्पू यादव अब पूर्णिया से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।
इंडिया गठबंधन उन्हें इस सीट से उम्मीदवार बना सकती है। कई वर्षों से पप्पू यादव वहां एक्टिव हैं और लोगों से मुलाकात कर रहे हैं। सूत्रों की मानें, तो पप्पू यादव ने प्रियंका गांधी वाड्रा और राहुल गांधी से सलाह के बाद विलय का फैसला किया है।
इस अवसर पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, “जन अधिकार पार्टी और पप्पू यादव किसी भी परिचय के मोहताज नहीं हैं। पप्पू यादव एक कद्दावर नेता हैं। वे आज कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व, नीतियों और दिशा से प्रभावित होकर कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। वे जन अधिकार पार्टी का भी कांग्रेस में विलय कर रहे हैं। ये विलय साधारण नहीं है, बल्कि ऐतिहासिक है।”
कांग्रेस में शामिल होने के बाद पप्पू यादव ने कहा, “बिहार में क्षेत्रीय पार्टी सत्ता में रही और नहीं भी। एक संघर्ष की बड़ी लंबी फेहरिस्त है, न्याय की और सेवा की। सेवा, न्याय और संघर्ष के लिए हमारी पार्टी जानी जाती है। मेरी विचारधारा कांग्रेस की विचारधारा के साथ रही। यह मजबूत ऊर्जा देती रही। हमारी राजनीति सेक्युलर है। हर परिस्थिति में दूसरे के विचारों का सम्मान का हमारा इतिहास रहा है।”
पप्पू यादव ने आगे कहा, “लालू प्रसाद ने मुझे दिल से कभी नहीं निकाला। तेजस्वी जी से भी मुलाकात हुई। हम 2024 और 2025 दोनों जीतेंगे। प्रियंका गांधी ने काफी मजबूत के साथ हिम्मत दी है और कहा जस्ट ज्वाइन कांग्रेस। मैं बिहार में कांग्रेस के लिए मजबूती से संघर्ष करूंगा और पूरी तन्मयता के साथ काम करूंगा। मैं अपनी पार्टी का कांग्रेस के साथ मर्ज करता हूं।”