पलवल : हरियाणा के पलवल जिले में एक हनीट्रैप रैकेट का पर्दाफाश हुआ है, जिसमें एक महिला वकील, एएसआई (सहायक उप निरीक्षक), एक युवती और उसकी मां को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने मिलकर एक डॉक्टर से झूठे छेड़छाड़ केस में फंसाने की धमकी दी और 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी। सदर थाना पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए डॉक्टर से 6.5 लाख रुपये लेते वक्त चारों को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।
ऐसे रचा गया हनीट्रैप का जाल
पीड़ित डॉक्टर बिजेंद्र सिंह, जो बामनीखेड़ा-दीघोट मार्ग पर एक नर्सिंग होम चलाते हैं, के पास एक दिन फोन कॉल आया। फोन करने वाली महिला ने खुद को एडवोकेट पूनम राव बताया और कहा कि नर्सिंग होम में काम करने वाली लड़की से डॉक्टर ने छेड़छाड़ की है। उसने डॉक्टर को ओमैक्स सिटी बुलाया और वहीं कार में बैठाकर 10 लाख रुपये की मांग की। धमकी दी गई कि अगर रकम नहीं दी गई तो FIR दर्ज कराई जाएगी और सोशल मीडिया पर बदनाम किया जाएगा।
सात लाख में तय हुई डील, पुलिस को दी गई जानकारी
महिला वकील और डॉक्टर के बीच बातचीत में डील 7 लाख रुपये में तय हुई। डॉक्टर ने मामले की जानकारी सदर थाना प्रभारी और एएसपी आयुष यादव को दी। इसके बाद मामला एसपी चंद्र मोहन के संज्ञान में लाया गया और एक विशेष पुलिस टीम गठित की गई।
ऑपरेशन : रंगेहाथों पकड़ाए आरोपी
डॉक्टर की शिकायत के बाद पुलिस ने नकली नोटों पर हस्ताक्षर किए और उनके सीरियल नंबर नोट कर लिए। फिर डॉक्टर और उसकी पत्नी को एडवोकेट पूनम राव के घर भेजा गया। डॉक्टर ने 6 लाख रुपये कैश दिए और एडवोकेट ने 1 लाख रुपये और मांगे। डॉक्टर ने 60 हजार रुपये PhonePe से ट्रांसफर किए और 40 हजार रुपये बाद में देने का भरोसा दिया।
जैसे ही डॉक्टर बाहर निकले, पुलिस ने तुरंत दबिश देकर एडवोकेट पूनम राव को गिरफ्तार कर लिया। कमरे में मौजूद एएसआई नेतराम, जो उस समय नोट गिन रहा था, उसे भी पकड़ लिया गया। बाद में नर्सिंग होम की महिला कर्मचारी और उसकी मां को भी गिरफ़्तार कर लिया गया।
कानूनी कार्रवाई और आगे की जांच
पलवल पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, धमकी और भ्रष्टाचार अधिनियम की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। पूछताछ जारी है और पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि क्या इस गैंग के और भी सदस्य हैं और क्या ऐसे अन्य मामलों में भी इनकी भूमिका रही है।
पुलिस की अपील
एएसपी आयुष यादव ने आम जनता से अपील की है कि अगर किसी के साथ इस तरह की ब्लैकमेलिंग या झूठे केस में फंसाने की धमकी दी जाती है, तो वे तुरंत पुलिस से संपर्क करें। पुलिस ऐसे मामलों में सख्ती से कार्रवाई कर रही है।