नई दिल्ली : ऑपरेशन सिंदूर खत्म नहीं हुआ है; अगर वे गोली चलाएंगे तो हम गोली चलाएंगे और अगर वे हमला करेंगे तो हम हमला करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि ‘वहां से गोली चलेगी, यहां से गोला चलेगा’। निर्णायक मोड़ हवाई ठिकानों पर हमले थे। कश्मीर पर हमारी स्थिति बहुत स्पष्ट है, अब केवल एक ही मुद्दा बचा है- पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) को वापस करना। इसके अलावा और कोई बात नहीं है। अगर वे आतंकवादियों को सौंपने की बात करते हैं, तो हम बात कर सकते हैं। मेरा किसी और विषय पर कोई इरादा नहीं है। हम नहीं चाहते कि कोई मध्यस्थता करे। हमें किसी की मध्यस्थता की जरूरत नहीं है।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से साफ कहा कि अगर पाकिस्तान कुछ करता है तो जवाब और भी विनाशकारी और कड़ा होगा। उसी रात पाकिस्तान ने 26 ठिकानों पर हमला किया और भारत ने इसका बहुत जोरदार जवाब दिया। उनके ठिकानों पर हमले किए गए। भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों और विदेश मंत्रियों के बीच कोई बातचीत नहीं हुई। दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMO) के बीच ही बातचीत हुई।
बहावलपुर (पाकिस्तान) स्थित जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय को सबसे ज़्यादा नुकसान पहुंचाया गया, सबसे ज़्यादा शक्तिशाली हथियार का इस्तेमाल किया गया। जैश-ए-मोहम्मद को ISI ने बनाया था, यह भारत का एक अहम संदेश था। भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर तीनों लक्ष्य हासिल किए।
- सैन्य उद्देश्य- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था ‘मिट्टी में मिला देंगे, बहावलपुर, मुरीदके और मुजफ्फराबाद कैंप को मिट्टी में मिला दिया।’
- राजनीतिक उद्देश्य- सिंधु जल संधि सीमा पार आतंकवाद से जुड़ी है। जब तक सीमा पार से आतंकवाद बंद नहीं होता, तब तक यह स्थगित रहेगी।
- मनोवैज्ञानिक उद्देश्य- ‘घुस कर मारेंगे’, हमने उनके दिल में गहरी चोट पहुंचाई। हम बहुत सफल रहे।
हर दौर में पाकिस्तान के लिए स्थिति खराब होती गई; वे लड़ाई के हर दौर में भारत से हार गए। पाकिस्तान के हवाई ठिकानों पर हमारे हमलों के बाद, पाकिस्तान को एहसास हो गया है कि वे इस लीग में नहीं हैं। भारत ने स्पष्ट संदेश दिया है कि कोई भी सुरक्षित नहीं है, यह नया सामान्य है।
वायुसेना ने दिया बड़ा अपडेट……
भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिन की युद्ध जैसी स्थिति के बाद शनिवार को सीजफायर का ऐलान कर दिया गया। वहीं भारतीय वायुसेना ने एक बयान जारी कर कहा है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अब भी जारी है। वायुसेना ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर कहा, भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर के लक्ष्य सफलतापूर्वक हासिल किए हैं। राष्ट्र के हित में यह ऑपरेशन बहुत ही आक्रामक ढंग से चलाया गया। हालांकि यह ऑपरेशन अब भी जारी है। आगे इसकी विस्तृत जानकारी दी जाएगी। वायुसेना अफवाहों और अप्राणित जानकारी पर विश्वास करने से बचने की सलाह देती है। गौरतलब है कि इस ऑपरेशन के दौरान वायु सेना के प्लेटफार्म और उसके पायलटो के संबंध में अलग अलग तरह की विवादास्पद जानकारियां साझा की जा रही है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर के अलावा शीर्ष अधिकारियों के साथ रविवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। यह बैठक सैन्य कार्रवाई रोकने पर भारत और पाकिस्तान के बीच सहमति बनने के एक दिन बाद हुई। बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान और सेना के तीनों अंगों के प्रमुख शामिल हुए। भारत ने पाकिस्तान पर सहमति की शर्तों का उल्लंघन करने का शनिवार रात आरोप लगाया था और उससे इस तरह के उल्लंघन से बचने के लिए उचित कदम उठाने तथा स्थिति से ‘‘गंभीरता और जिम्मेदारी’’ के साथ निपटने का आह्वान किया था। स्थिति अब शांत हो गई है लेकिन कई सीमावर्ती क्षेत्रों के लोग कई दिनों तक जारी रही गोलाबारी और ड्रोन संबंधी घटनाओं के कारण अब भी आशंकित हैं। बता दें कि पहलगाम में 22 अप्रैल को मासूम पर्यटकों पर आतंकियों ने हमला कर दिया था। इस हमले में कम से कम 26 लोग मारे गए थे। इसके बाद पूरे देश में रोष था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेनाओं को पूरी छूट दे दी। इसके बाद सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर आतंकियों के 9 ठिकानों को नेस्तनाबूत कर दिया।