चक्रधरपुर : विधानसभा चुनाव संपन्न होते ही नक्सलियों का उत्पात शुरू हो गया है। पश्चिमी सिंहभूम जिले के गुदड़ी थाना क्षेत्र में पीएलएफआई उग्रवादियों ने दो लोगों की धारदार हथियार से काटकर निर्मम हत्या कर दी है। घटना रविवार रात 11 बजे की बताई जा रही है। मृतक की पहचान रवि तांती और घनसा टोपनो के रूप में की गई है। रवि तांती गुदड़ी के गिरू का रहने वाला था, जबकि घनसा टोपनो खूंटी का रहने वाला था। घनसा टोपनो रवि तांती के चचेरे भाई बिरसा पान का दोस्त बताया जा रहा है। घनसा टोपनो बिरसा पान के घर घूमने आया था। घटना से इलाके में दहशत का माहौल बन गया है।
जानकारी के मुताबिक, रवि तांती और घनसा टोपनो रविवार रात को गिरू में घर पर सो रहे थे। इसी दौरान करीब 10 हथियारबंद नकाबपोश पीएलएफआई उग्रवादी उनके घर के बाहर पहुंचे उग्रवादियों ने पहले घर का दरवाजा खटखटाया। दरवाजा खोलते ही घर में सो रहे रवि तांती, घनसा टोपनो, रवि के पिता विनोद तांती और रवि के चचेरे भाई बिरसा पान को उग्रवादियों ने दबोच लिया। किसी तरह बिरसा पान और विनोद तांती उग्रवादियों की पकड़ से भाग निकले। इसके बाद उग्रवादियों ने रवि तांती और घनसा टोपनो की लाठी-डंडे से जमकर पिटाई की और उसके बाद दोनों की कुल्हाड़ी और अन्य धारदार हथियार से हत्या कर दी। घर के बाहर पड़े दोनों के शवों पर गहरे जख्म के निशान पाए गए हैं।
घटना की सूचना मिलने के बाद सोमवार सुबह चक्रधरपुर के एसडीपीओ नलिन कुमार मरांडी, इंस्पेक्टर महानंद सुरीन, गुदड़ी थाना प्रभारी महवा मिंज व गोइलकेरा थाना प्रभारी कमलेश राय भारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पहुंचे और दोनों शव पोस्टमार्टम के लिए चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल भेज दिया।
उग्रवादियों ने लगाए पोस्टर, बालू उठाव बंद करने की दी धमकी
पुलिस को आशंका है की इस हत्याकांड के पीछे पीएलएफआई उग्रवादियों का हाथ है। हालांकि पुलिस को घटनास्थल से एक नक्सली पोस्टर मिला है, जिसमें पीएलएफआई उग्रवादियों ने गुदड़ी के पीडिंग से लेकर गोइलकेरा के सेरेंगदा तक बालू उठाव बंद नहीं करने पर ड्राइवर की लाश गिराने की बात लिखी गई है।
उग्रवादियों द्वारा ग्रामीणों, जिला परिषद सदस्य और मुखिया को धमकी दी गई है और अवैध बालू उठाव पर रोक लगाने की बात लिखी है। बालू उठाव बंद नहीं करने पर बुरा अंजाम भुगतने की चेतावनी दी गई है। पोस्टर में भाकपा-माओवादी लिखा है, लेकिन पुलिस को शक है कि पीएलएफआई उग्रवादियों ने पुलिस को दिग्भ्रमित करने के लिए ऐसा पोस्टर लगाया है। बताया जाता है कि इससे पहले भी बालू उठाव को लेकर पीएलएफआई उग्रवादियों ने ग्रामीणों के साथ मारपीट की थी. बता दें कि पूरे झारखंड में बालू के खनन और परिवहन पर रोक है। इसके बावजूद बालू का अवैध कारोबार पश्चिम सिंहभूम के मनोहरपुर, गोईलकेरा, गुदड़ी, चक्रधरपुर आदि क्षेत्रों में धड़ल्ले से हो रहा है।