रांची : आज़ाद समाज पार्टी और भीम आर्मी ने राजभवन के सामने हज़ारों लोगों के साथ धरना दिया और मा राजपाल और मुखमंत्री को अपनी 25 सूत्री मांग पेश किया। प्रदेश अध्यक्ष काशिफ़ रज़ा ने बताया कि झारखंड में आदिवासी, दलित, पिछड़ों और धार्मिक अल्पसंख्यकों पर बढ़ रहे अत्याचार और शोषण के विरोध में और प्रदेश में बढ़ रहे भ्रष्ट्राचार के खिलाफ आज़ाद समाज पार्टी और भीम आर्मी भारत एकता मिशन के द्वारा राँची राजभवन के समक्ष धरना एवं मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जायेगा।
उन्होंने बताया की झारखंड को अलग राज्य का दर्जा दिलाने के लिए झारखंड के कई वीर योद्धाओं ने अपने प्राणों की आहुति दी थी, झारखंड आंदोलनकारी आज अपनी कुर्बानियों का हिसाब मांग रहे हैं, धरती आबा वीर शहीद बिरसा मुंडा के सपने अब तक अधूरे हैं, झारखंड के आदिवासी मूलवासियों की स्थिति दयनीय है, प्रदेश में धार्मिक अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं हैं, उनके खिलाफ नफरत का माहौल लगातार बनाया जा रहा है।
भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष संजय रविराज ने बताया कि झारखण्ड की सोई हुई सरकार गहरी नींद में है, उनको जगाने के लिए और अपनी मांगो को मनवाने के लिए धरना दिया, उन्होने कहा कि आने वाले समय में हम इस गूंगी बहरी सरकार को सत्ता से गिराने का काम करेंगे, और आज़ाद समाज पार्टी पूरे दम खम से चुनाव लड़ेगी और यह चुनाव स्मास्त आदिवासी, दलित, पिछड़े, मुसलमान, ईसाई और सिख लड़ेंगे।
प्रमुख मांगे
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झारखंड के नए विधानसभा प्रांगण में संविधान निर्माता डॉ बाबा साहब अम्बेडकर की प्रतिमा स्थापित की जाए।
2.अनुसूचित जाति समुदाय के छात्रों को झारखण्ड सरकार के द्वारा 100% छात्रावृति भुगतान किया जाय।
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राज्य के मुस्लिम, आदिवासी, ईसाई, दलित, पिछड़े समाज की सुरक्षा हेतु मोब लीनचिंग कानून बनाने की मांग को लेकर।
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सरना धर्म कोड को लागू किया जाए, ताकि आदिवासियों की अपनी पहचान उनके संस्कृति और मान्यता पर हो सके।
5.पलामू ज़िले में राजा मेदनी राय और नीलाम्बर – पीताम्बर जी की मूर्ति स्थापना की मांग को लेकर
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दलित समाज का आरक्षण बढ़ा कर 15% किया जाए।
7.राज्य में SC, ST ACT में न्याय की मांग को लेकर
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ST, SC ACT में पीढ़ित परिवार को दिए जाने वाले मुआवज़ा राशि को 15 दिनों के अंदर भुगतान की मांग को लेकर।
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राज्य में अनुसूचित जाति, जनजाति की ज़मीन ग़ैरसंवैधानिक तरीके से हड़पी गई है, ज़मीन वापस दिलाने की मांग को लेकर।
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झारखण्ड के आदिवासी मूलवासियों को विकास के नाम पर विस्थापित करने एवं उन्हें उचित मुआवजा एवं पुनर्वास नही किये जाने के विरोध में।
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भाजपा एवं आरएसएस के नेताओं के द्वारा मुसलमानो , ईसाइयों, सिखों एवं दलितों के विरोध में नफरती भाषा पर लगाम लगाने एवं इनके खिलाफ सख्त कानून बनाने की मांग को लेकर।
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झारखंड के बदहाल अस्पतालों को अविलंभ ठीक किया जाए एवं आयुष्मान कार्ड को बहाल किया जाए।
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सिधो कान्हो, शेख भिखारी, जयपाल सिंह मुंडा, विनोद बिहारी महतो एवं झारखंड के अन्य महापुरूषों के नाम पर ब्लॉक लेवल पर प्राथमिक चिकित्सा के लिए ब्लॉक क्लीनिक खोले जाए एवं हर ब्लॉक स्तर पर ब्लड बैंक बनाया जाए।
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सरकारी अस्पतालों में मरीजों को हर प्रकार की दवाएं मुहैय्या करवाई जाएं एवं सरकारी अस्पतालों में MRI, CT SCAN जैसे अत्याधुनिक उपकरणों को लगाया जाए।
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झारखंड के निजी कंपनियों में योगदान दे रहे मज़दूरों के लिए समान काम का समान वेतन लागू किया जाए।
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झारखंड के सफाई कर्मियों का 1 करोड़ का बीमा एवं उन्हें सफाई के लिए अत्याधुनिक मशीनें मुहैय्या करवाई जाएं।
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खदान में काम कर रहे ठेका मज़दूरों का 1 करोड़ का बीमा करवाया जाए।
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झारखंड के पुलिस कर्मियों की 8 घण्टे की ड्यूटी को लागू किया जाए।
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भूमिहीन दलित और मुस्लिम परिवार को 5 डेसीमल भूमि सरकार द्वारा उपलब्ध करवाई जाए।
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100 यूनिट मुफ्त बिजली हर घर को मिले इसे सुनिशचित किया जाए।
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राशन कार्ड धारकों को सरकार द्वारा राशन उनके घर तक पहुचाया जाए।
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झारखंड के युवाओं के पलायन को रोकने के लिए पंचायत स्तर पर One village One product को प्रोत्साहन दिया जाए और इसके लिए बाज़ार उपलब्ध करवाया जाए।
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उर्दू शिक्षकों की बहाली एवं उर्दू बोर्ड को बहाल किया जाए
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झारखण्ड के स्कूलों और कॉलेजों में शिक्षकों को अविलम्भ बहाल किया जाए।
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SC आयोग का गठन जल्द जे जल्द किया जाए।
आज के कार्यक्रम में पूरे झारखंड के 24 ज़िलों से भीम आर्मी और आज़ाद समाज पार्टी के ज़िले अध्य्क्ष और जिला टीम उपस्थित थी, हर ज़िले की महिला नेत्री और महिला कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थी।
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