रांची : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने नक्सली संगठन भाकपा-माओवादी के शीर्ष नेता प्रशांत बोस की गिरफ्तारी के बाद सुरक्षाबलों पर हमले की साजिश को लेकर दो और नक्सलियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। यह कार्रवाई आतंकी साजिश, हथियारों की बरामदगी और देश विरोधी गतिविधियों से जुड़ी बड़ी जांच का हिस्सा है।
क्या है पूरा मामला
वर्ष 2022 में लोहरदगा जिले के बुलबुल जंगल क्षेत्र में माओवादियों द्वारा सुरक्षाबलों पर हमले की योजना बनाई गई थी। इसका उद्देश्य था — पोलित ब्यूरो सदस्य और ₹1 करोड़ के इनामी माओवादी प्रशांत बोस की गिरफ्तारी का बदला लेना।
NIA ने शनिवार को दो और माओवादियों — रंथू उरांव और नीरज सिंह खेरवार — के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है। इससे पहले इस केस (RC-02/2022/NIA/RNC) में 23 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की जा चुकी है। अब इस मामले में आरोपियों की कुल संख्या 25 हो गई है।
लोहरदगा में बॉक्साइट माइंस पर हमले की थी योजना
एनआईए की चार्जशीट के अनुसार, माओवादी संगठन के रीजनल कमांडर रवींद्र गंझू के नेतृत्व में लगभग 45-60 सशस्त्र माओवादी कैडर एकत्र हुए थे। इनका उद्देश्य था बॉक्साइट खदान क्षेत्र में सीआरपीएफ और पुलिस बलों पर बड़ा हमला करना। सुरक्षा बलों पर हरकट्टा टोली और बांग्ला पाट क्षेत्र में भारी गोलीबारी की गई थी। इसके बाद मुठभेड़ में माओवादी भाग गए, लेकिन तलाशी के दौरान हथियारों और विस्फोटकों का बड़ा जखीरा बरामद हुआ।
किस-किस पर लगी हैं कौन-सी धाराएं
NIA ने आरोपियों के खिलाफ निम्नलिखित कानूनों के तहत मामला दर्ज किया है… भारतीय दंड संहिता (IPC),आर्म्स एक्ट, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम – UAPA एजेंसी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी माओवादी जोनल, सब-जोनल, एरिया कमांडर और सशस्त्र कैडर हैं।
NIA का उद्देश्य : देश की अखंडता पर हमला करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
NIA के अनुसार, माओवादी संगठन की यह साजिश भारत की संप्रभुता, अखंडता और सुरक्षा के खिलाफ थी। इसका उद्देश्य था देश में अराजकता फैलाना, सरकार को अस्थिर करना और सशस्त्र विद्रोह के जरिए सत्ता को चुनौती देना। जांच में भाकपा-माओवादी के नेटवर्क में स्थानीय समर्थकों और अन्य साजिशकर्ताओं की भूमिका का भी खुलासा हुआ है।
अब तक की कार्रवाई
9 आरोपियों के खिलाफ पहले झारखंड पुलिस ने चार्जशीट दायर की थी। NIA ने अगस्त 2023 से मई 2025 तक 5 पूरक आरोप पत्र दाखिल किए। अब तक कुल 25 आरोपी नामजद किए जा चुके हैं। NIA अन्य सह-षड्यंत्रकारियों की तलाश में जुटी है।