गम्हरिया: सरायकेला जिले के गम्हरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से गैर कानूनी तरीके से नवजात को गायब करने के मामले में आदित्यपुर पुलिस ने सीडब्ल्यूसी के आवेदन के आधार पर सहिया जयंती सेन और नवजात को लेकर गायब होने वाली महिला सुदीप्ता दत्ता के खिलाफ आईपीसी की धारा 419 और बाल संरक्षण अधिनियम 80/ 81 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है. गौरतलब है कि बीते 28 मई को गम्हरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से गर्भवती पूर्णिमा तांती का नाम बदलकर उसके बच्चे को गायब करने का मामला प्रकाश में आया था, हालांकि अस्पताल प्रबंधन, सहिया जयंती सेन, जेएसएलपीएस कर्मी सुनीता प्रामाणिक के अलावा जिला परिषद पिंकी मंडल ने पूरे मामले को जानते हुए भी चुप्पी साथ रखी थी. लागभग सभी प्रमुख मीडिया संस्थानों ने इसे प्रमुखता से प्रकाशित किया था. उसके बाद नाटकीय ढंग से पुलिस ने नवजात और उसकी मां पूर्णिमा तांती को कांड्रा से रिकवर किया मगर सुदीप्ता पुलिस को गुमराह करती रही. वहीं सीडब्ल्यूसी ने पूरे मामले की जांच में पाया कि सहिया जयंती सेन और सुदीप्ता के मिलीभगत से बच्चे को अस्पताल से गायब किया गया था. हालांकि पड़ताल में सहिया ने बताया है कि उसे सुनीता प्रमाणिक उर्फ सोमा ने ऐसा करने कहा था. सुनीता प्रामाणिक ने जिला परिषद सदस्य पिंकी मंडल के सहमति से बच्चे को गोद लेने की बात कही थी. वैसे पूरे प्रकरण में कहीं भी बच्चे को एडॉप्ट करने की प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया. उल्टा सरकारी दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा कर गर्भवती का नाम बदल दिया गया. अब देखना यह दिलचस्प होगा कि पुलिसिया तफ्तीश में किसका- किसका नाम सामने आता है और क्या कार्रवाई होती है. किसके इशारे पर सरकारी दस्तावेजों के साथ फर्जी वाड़ा किया जाता था. कौन है हुकुम का इक्का ? पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है.
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