रांची। घूस लेते गिरफ्तार हुई सब इंस्पेक्टर मीरा सिंह को लेकर बीजेपी एक बार फिर आक्रामक है। भाजपा ने सवाल उठाया है कि भ्रष्टाचार में गिरफ्तार सब इंस्पेक्टर पर इतनी मेहरबानी सरकार की क्यों है? क्यों उन्हें राजधानी में तैनाती दी गयी। इस मामले में भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने ट्वीट कर हेमंत सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। वहीं प्रतुल शाहदेव के ट्वीट पर रिट्वीट कर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी सरकार को घेरा है।
खबरों में देखने को मिला था एसीबी में पकड़े गये एक घूसख़ोर दारोग़ा को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था। फिर इस घूसख़ोर दारोग़ा मीरा सिंह पर विशेष मेहरबानी क्यों?
प्रतुल शाहदेव ने ट्वीट किया है कि मीरा ‘जी’ पर इतनी मेहेरबानी क्यों जहांपनाह? ‘साल 2021 में खूंटी में महिला थाना प्रभारी मीरा सिंह ने दुष्कर्म के आरोपी को बचाने के लिए 50 हजार की मांग की, पहली किस्त में 15 हजार लेते गिरफ्तार हुईं। चार्जशीट हुआ। जेल से जमानत पर छूटीं तो खूंटी से हटाकर रांची में इनामी पोस्टिंग हुई। जुलाई 2022 में तुपुदाना थाना प्रभारी बना दी गई। समझिए दुष्कर्म के आरोपी को बचाने के लिए पैसे का खेल करने वाली अधिकारी को राजधानी में तैनात किया गया।
प्रतुल शाहदेव ने लिखा है कि पूर्व के किए का पश्चाताप करने के बजाए मीरा ‘जी’ ने यहां भी अपने डंडे के जोर पर थानेदारी जारी रखी। चोरी की घटना के बाद विकास कुमार नाम के बेगुनाह युवक को थाने लाकर बेरहमी से पीटा गया। मानवाधिकार आयोग तक ने करवाई के लिए डीसी, एसएसपी को पत्र लिखा। कोई कार्रवाई नहीं हुई।
प्रतुल शाहदेव ने सवाल उठाया कि ऐसे ही मामले में बीते दिनों अरगोड़ा के थाना प्रभारी को ना सिर्फ निलंबित किया गया, बल्कि तबादला भी चाईबासा जिले में कर दिया गया। क्या पुलिस के पदाधिकारी बताएंगे कि उनके एक आंख में काजल और दूसरे में सुरमा क्यों है? मीरा ‘जी’ को कौन सी ताकत बचा रही है? किस बड़ी साजिश को अंजाम देने का सरकार ने इनाम दिया?
उन्होंने कहा कि मीरा ‘जी’ पर हुक़ूमरानों का आशीर्वाद इस कदर है कि एक पत्रकार पर तुपुदाना में कई सनहा किया गया। पत्रकार की गलती थी कि वह थानेदार की गतिविधियों पर सवाल उठाता था। पत्रकार ने आला अधिकारियों से मुलाकात की। अफसरों ने टका सा जवाब दिया– आप लोग जानते ही हैं, कुछ नहीं कर सकते। थोड़ा बर्दाश्त कीजिए। डीजीपी साहब/एसएसपी साहब को बताना चाहिये की आदिवासी विरोधी इस घूस की आरोपी दारोग़ा मीरा सिंह ‘जी’ को कौन बचा रहा है और क्यों?क्या उन्हें सारे मामले में क्लीन चिट मिल गई है?
उधर प्रतुल शाह के ट्वीट पर रि ट्वीट कर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि खबरों में देखने को मिला था एसीबी में पकड़े गये एक घूसख़ोर दारोग़ा को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था। फिर इस घूसख़ोर दारोग़ा मीरा सिंह पर विशेष मेहरबानी क्यों? इस की जॉंच होगी तो जॉंच की ऑंच आपके इर्द-गिर्द ही पंहुचेगी मुख्यमंत्री जी। मेरी ये बात कहीं लिखके रख लीजिये ताकि पूछताछ में याददाश्त कमजोर होने लगे तो लिखा हुआ देख लीजिएगा।