जमशेदपुर : वर्ष 1992 से हिन्दू नव वर्ष की यात्रा निकाली जा रहीं है और तकरीबन विगत कुछ वर्षों से इसकी भवयता और बढ़ी है. यात्रा के पूरे मार्ग कों भगवा ध्वज से पाट दिया गया है. अयोध्या में रामलल्ला के वापसी के बाद इस बार इसे और भव्य रूप मे मनाया जा रहा है. आयोजकों ने कहा कि यात्रा की तैयारियां पूरी कर ली गई है. उन्होंने कहा कि पहली जनवरी कों मनाये जाने वाला नया साल पाश्चात्य सभ्यता कों दर्शता है जबकि सनातनी संस्कृति के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष प्रतिपदा के तिथि में नव वर्ष कि शुरुआत होती है और इसी संस्कृति कों नई पीढ़ी तक पहँचाने हेतु इसका आयोजन हर वर्ष किया जाता है. उन्होंने कहा कि यात्रा में किसी प्रकार का असला या हथियार लेकर लोग शामिल नहीं होंगे, बल्कि सभी के हाथों में भगवा ध्वज रहेगा. बता दें कि इस यात्रा में सैकड़ों की संख्या में लोग पूरे कोल्हान क्षेत्र से शामिल होते हैं, साथ ही प्रसाशनिक नियमों के तहत तमाम सुरक्षा के इंतेज़ाम भी इसमें किये गए हैं।