12 वीं में आर्थिक परेशानी के कारण बिना किताब के पढ़ाई की पूरी
CHAIBASA:- पढ़ाई की लगन और मेहनत से हर मंजील आसान होता है। जैक बोर्ड के इंटर विज्ञान में अलिशा निषाद ने 459 अंक प्राप्त कर पश्चिमी सिंहभूम जिला टापर होने का गौरव प्राप्त की है। संत जेवियर बालिका इंटर कालेज चाईबासा की छात्रा अलिशा विपरित परिस्थिति में भी कभी हार नहीं मानी। पिता रमेश निषाद मछली व्यापारी है जो बाजारों में मछली बेच कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। जबकि माता शोभा देवी गृहणी है। इस संबंध में जानकारी देते हुए अलिशा ने कहा कि जिला टापर होने की खुशी है लेकिन लक्ष्य राज्य के टाप पांच में आने का था। माता-पिता, स्कूली शिक्षकों के बदौलत ही आज यह उपलब्धि मिली है। परिवार आर्थिक रुप से उतना मजबूत नहीं है कि दूर में रह कर पढ़ाई के बारे सोचे, इसलिए आगे की पढ़ाई जमशेदपुर वुमेंस कालेज से करेंगे। लेकिन कैरियर बनाने के लिए युपीएससी को लक्ष्य लिये हुए हैं। उन्होंने कहा कि मेरे परिवार में पढ़ाई का कोई माहौल नहीं था, लेकिन मां ने हर जगह मेरा साथ दिया। 12 वीं की पढ़ाई मैं बिना किताब खरीदे पढ़ी हूं। शिक्षक और दोस्त बहुत अच्छे मिले, उन्होंने पूरा सपोर्ट किया। दोस्त से विषयवार किताब स्कूल के बाद ले जाती थी, जिसे रात में पढ़ कर सुबह वापस कर देती थी। साथ ही आनलाइन से भी बहुत पढ़ाई में मदद मिला। किताब की कमी महसूस होने के बावजूद कुछ नहीं कर सकती थी, क्योंकि किताब खरीदने के लिए उतनी मजबूत नहीं थी। अपनी पढ़ाई की खर्च निकालने के लिए मुहल्ला के कुछ बच्चों को ट्यूशन क्लास भी देती थी। मैं घर में बड़ी बहन हूं तो छोटी तीन बहनों में भी पढ़ाई को लेकर लगन देख रही हूं। रोजाना 4-5 घंटा पढ़ाई के लिए स्कूल के अतिरिक्त निकाल लेते थे। वहीं पढ़ाई के अलावा मुझे डांस का भी शौक है। खुद पढ़ाई पर मेहनत करने से सफलता जरुर मिलता है। शिक्षक मार्गदर्शन करते हैं पर मेहनत बच्चों को ही करना पड़ता है।