लखनऊ से राजेश शुक्ला की खास रिपोर्ट : प्रदेश सरकार द्वारा बनाई गई गाइडलाइन के तहत जीरो टॉलरेंस नीति का पूरी तरह से पालन करते हुए हर सीट पर कर्मचारी के आम जनता के कार्य करने के लिए जोर दिया जा रहा है।लेकिन जिस तरह से नगर स्वास्थ्य अधिकारी के हस्ताक्षर को स्कैन करके सफाई कर्मचारी नेता से सांठगांठ करके स्वास्थ्य विभाग में तैनात क्लर्क जुनेद ने घालमेल किया है वह धीरे-धीरे जगजाहिर हो रहा है।
नगर निगम मुख्यालय में हर दिन दो चार लोग ऐसे भटकते मिलते हैं जिनको मृतक आश्रित में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगा गया है अथवा सफाई कर्मचारी को स्थानांतरण करने के नाम पर अथवा इंचार्ज बनाने के नाम पर हजारों से लाखों रुपया तक लिया गया।
रैकेट बनाकर नगर निगम को यूं लगा रहा था चूना
वैसे यह भी बताया जाता है कि जुनैद बाबू एक रैकेट बनाकर स्वास्थ्य विभाग में लंबे समय से यह कार्य कर रहे थे आखिरकार उनका मामला तब सामने आया जब जोन 3 में तैनात एक सफाई कर्मचारी का स्थानांतरण जोन सात में कर दिया गया था। इस बात की शिकायत क्षेत्रीय पार्षद ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी से की तो उन्होंने गहराई से जांच पड़ताल की तो पता चला कि उनका हस्ताक्षर स्कैन करके यह स्थानांतरण जारी किए गए हैं।
ठीक इसी तरह कई और अन्य कर्मचारियों का स्थानांतरण इधर से उधर जोनों में किया गया यह भी कार्य बाबू जुनैद द्वारा ही किया गया और वही नगर स्वास्थ्य अधिकारी के हस्ताक्षर का प्रयोग किया गया। बताया जाता है कि स्वास्थ्य विभाग में तैनात जुनैद बाबू बालदा लिपिकों के साथ मिलकर इसी तरह का खेल अक्सर किया करते थे और तो और उन्होंने तमाम सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भी अपने साथ जोड़ रखा है।
कर्मचारियों के जरिए करता था ट्रांसफर, पोस्टिंग व लाइजेनिंग
यहां तक उन कर्मचारियों के माध्यम से वह स्थानांतरण पोस्टिंग के कार्य के लिए लाइजनिंग लोगों से करवाते हैं। ऐसी स्थिति में जिन लोगों ने जुनेद बाबू को पैसा दिया था, अब वह धीरे-धीरे ऑडियो वीडियो रिकॉर्डिंग पर सामने आ रहा है और नगर आयुक्त भी असलियत जान रहे हैं।ऐसी स्थिति में उन्होंने जुनैद बाबू को निलंबित करते हुए जोन दो में संबद्ध कर दिया है।
साथ ही साथ अब उनकी सरकारी अलमारी का ताला तोड़कर उसमें यह देखा जाएगा कि उन्होंने किस तरह का घालमेल किया है। नगर आयुक्त का मानना है कि वह ऐसे गलत एलिमेंट को किसी भी तरह से नहीं बर्दाश्त करेंगे। इनके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही करने के साथ-साथ एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी तथा जो कर्मचारी नेता सफाई कर्मियों के साथ इस तरह का घालमेल कर रहे हैं उनकी भी जांच कराई जाएगी।