भक्तिमय संगीत पर जमकर झूमे श्रद्धालु, लौहनगरी की जनता एवं देवी स्वरूपा नारी शक्ति का मंदिर समिति ने जताया आभार, 24 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने किया प्रसाद ग्रहण।
■ मनमोहक झांकी एवं विशाल शिवलिंग ने सबको किया आकर्षित, मंगलवार को बनारस के गंगा घाट की तर्ज पर सूर्य मंदिर के छठ घाट पर होगी दिव्य महाआरती।
जमशेदपुर : सूर्य मंदिर समिति सिदगोड़ा द्वारा पवित्र श्रावण माह के तृतीय सोमवारी पर जलाभिषेक यात्रा पूरे धूमधाम से एवं भक्तिभाव से सम्पन्न हुई। जलाभिषेक यात्रा पूर्व मुख्यमंत्री एवं ओडिशा राज्य का महामहिम राज्यपाल रघुवर दास मुख्यरूप से शामिल हुए। यात्रा में मंदिर समिति के सदस्यों के संग 21 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने बारीडीह भोजपुर कॉलोनी छठ घाट से कलश में सुल्तानगंज के पवित्र गंगाजल को लेकर हरि मैदान से भक्तिमय संगीत, मनोरम झांकी, बैंड-बाजा और पुष्पवर्षा के बीच पैदल यात्रा कर सूर्यधाम शिवालय में जलाभिषेक कर आशीष प्राप्त किया। कई किलोमीटर की पैदल नंगे पाव यात्रा कर सूर्यधाम शिवालय में राज्यपाल रघुवर दास ने बाबा भोलेनाथ को जलार्पण किया। इस दौरान उन्होंने जमशेदपुर समेत सम्पूर्ण झारखंड एवं ओडिशा वासियों के सुख-समृद्धि, उन्नति एवं खुशहाली की कामना की। इससे पहले, बारीडीह हरि मंदिर मैदान में 11 सदस्यीय पंडितों के समूह द्वारा पवित्र गंगाजल के जलाभिषेक का संकल्प कराया गया। यात्रा में शामिल महिलाओं ने गेरुवा वस्त्र तो पुरुषों ने गेरुवा गमछा के साथ हाथों में केसरिया ध्वज लेकर यात्रा की शोभा बढ़ायी। प्रातः काल से ही बारीडीह हरि मंदिर मैदान में हर हर महादेव, बोल बम के जयघोष सुनाई देने लगे थे। हजारों की संख्या में कतारबद्ध महिलाएं, बुर्जुग, बच्चे बाबा भोलेनाथ के शीघ्र दर्शन को उत्साहित थे। भारी भीड़ को देखते हुए कमेटी द्वारा पूरे यात्रा को बैरिकेडिंग कर व्यवस्थित रूप दिया गया था। श्रद्धालुओं को कोई परेशानी ना हो इसके लिए मंदिर परिसर के अंदर और बाहर में बड़े पंखे और पूरे रास्ते में जगह-जगह शीतल पेय के काउंटर लगाए गए थे। जलाभिषेक यात्रा के दौरान तीन स्थानों पर की गई सुंदर पुष्पवर्षा श्रद्धालुओं को उत्साहित कर रही थी। प्रातः 8:30 बजे से दोपहर तक श्रद्धालुओं ने बाबा बैधनाथ धाम की तर्ज पर बने अरघा के माध्यम से भोलेनाथ का जलाभिषेक किया। जलाभिषेक यात्रा में श्रद्धालुओं के व्यवस्थित जलार्पण एवं सहयोग हेतु 200 सूर्यधाम सेवक के संग प्रशासन की ओर से पुलिस बल की तैनाती की गई थी। वहीं, यात्रा में एम्बुलेंस के साथ कई जगहों पर मेडिकल सहायता कैम्प लगाए गए थे।
24 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने किया प्रसाद ग्रहण: जलाभिषेक के पश्चात 24 हजार से अधिक श्रद्धलुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। मंदिर कमेटी की ओर से सोन मंडप परिसर में प्रसाद वितरण की व्यवस्था की गई थी। जिसमें 20 काउंटर पर प्रसाद तो 15 काउंटर पर पानी की व्यवस्था थी। प्रसाद के रूप में पूरी, आलू-चना की सब्जी एवं देशी घी से बने हलवा को परोसा गया।
भव्य जलाभिषेक यात्रा में शामिल हुए सूर्य मंदिर के संस्थापक, पूर्व मुख्यमंत्री सह ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास ने सभी को पवित्र श्रावण माह के तृतीय सोमवारी पर शुभकामनाएं व्यक्त की। उन्होंने लौहनगरी की जनता के साथ देवी स्वरूपा नारी शक्ति के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि सूर्यधाम के जलाभिषेक यात्रा में आध्यात्म, भक्ति और एकता का विहंगम दृश्य देखने को मिला। पिछले कई वर्षों से प्रत्येक वर्ष होने वाले यात्रा में आज हजारों माताएं-बहनें, पुरुष एवं युवाओं के बोल बम के जयकारे और उत्साह से जो भक्तिरस का प्रवाह हुआ है, वो बहुत ही अद्भुत और अविस्मरणीय है। उन्होंने सफल और व्यवस्थित आयोजन के साथ शंख मैदान में द्वादश ज्योतिर्लिंग के स्वरूप की स्थापना हेतु सूर्य मंदिर समिति के सभी पदाधिकारी एवं सदस्यों को बधाई दी। इसके साथ ही, उन्होंने सुल्तानगंज के पवित्र गंगाजल से भोलेनाथ के जलाभिषेक करने की पहल की सराहना करते हुए कहा कि जो लोग बाबा भोलेनाथ को सुल्तानगंज के पवित्र गंगाजल से जलाभिषेक नही कर पाते हैं, उन सभी के लिए मंदिर समिति की ओर से की गई व्यवस्था बहुत ही सफल रही। उन्होंने सूर्य मंदिर समिति और तमाम श्रद्धालुओं को आने वाले आयोजनों के लिए शुभकामनाएं व्यक्त की।
वहीं, सूर्य मंदिर समिति के संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह ने जलाभिषेक यात्रा में शामिल होने वाले सभी श्रद्धालुओं के प्रति आभार जताते हुए कहा कि सूर्यधाम में उमड़े श्रद्धालुओं के सैलाब ने पूरे क्षेत्र को भक्तिमय बना दिया। उन्होंने जलाभिषेक यात्रा को सफल बनाने में सूर्य मंदिर समिति, भाजपा कार्यकर्ता एवं सामाजिक संस्था समेत सहयोग करने वाले सभी श्रद्धालुओं के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।
वहीं, सूर्य मंदिर समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने जलाभिषेक यात्रा में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रुप से सहयेाग और सेवा करने वालों श्रद्धालुओं के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में सूर्य मंदिर समिति सामाजिक एवं धार्मिक आयोजन करती रहेगी।
बनारस के गंगा घाट की तर्ज पर सूर्य मंदिर के छठ घाट पर होगी दिव्य महाआरती: सूर्य मंदिर परिसर के छठ घाट पर मंगलवार संध्या 6 बजे बनारस से आये 15 सदस्यीय टीम के द्वारा प्रख्यात गंगा आरती की तर्ज पर पूरे विधि विधान के साथ महाशिवालाय की भव्य एवं दिव्य महाआरती की जाएगी। इस दौरान शंख, डमरू, घरीघंट की ध्वनि और महाआरती के बीच पूरे तालाब परिसर में फैले जलते दीपकों के लौ की अद्भुत छटा को देखकर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध होंगे। सूर्य मंदिर समिति की ओर से इसके लिए व्यापक तैयारी की गई है।
जलाभिषेक यात्रा में मंदिर समिति के संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह, अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह, महासचिव अखिलेश चौधरी, अमरजीत सिंह राजा, शैलेश गुप्ता, रूबी झा, शशिकांत सिंह, कृष्णमोहन सिंह, बंटी अग्रवाल, कंचन दत्ता, प्रेम झा, प्रमोद मिश्रा, जलाभिषेक यात्रा के संयोजक रामबाबु तिवारी, राकेश सिंह, दिनेश कुमार, गुंजन यादव, सुशांत पांडा, कुलवंत सिंह बंटी, कमलेश सिंह, पवन अग्रवाल, कल्याणी शरण, खेमलाल चौधरी, शिवशंकर सिंह, महेंद्र यादव, बबुआ सिंह, मंजीत सिंह, बोलटू सरकार, अमित अग्रवाल, सुरेश शर्मा, संतोष ठाकुर, दीपक झा, अजय सिंह, हेमंत सिंह, बबलू गोप, ध्रुव मिश्रा, बिनोद राय, प्रशांत पोद्दार, संदीप शर्मा बौबी, हेमेंद्र जैन हन्नु, बिनोद सिंह, नारायण पोद्दार, ज्ञान प्रकाश, कौस्तव रॉय, मनी मोहंती, अभिमन्यु सिंह चौहान, कुमार अभिषेक, विकास शर्मा, मृत्यंजय यादव, रमेश नाग, श्रीराम प्रसाद, पप्पू मिश्रा, संतोष कुमार, अशोक सामंत, प्रोबिर चटर्जी राणा, श्रीराम प्रसाद, पप्पू मिश्रा, पप्पू उपाध्याय, शिंदे सिंह, अमिश अग्रवाल, रामबिलास शर्मा, कुमार संदेश, चिंटू सिंह, नवजोत सिंह सोहल, उमेश साव, रविजेंट सिंह, मनीष पांडेय, अनुराग मिश्रा, इकबाल सिंह, निर्मल गोप, अनिकेत रॉय, बिमला साहू, सरस्वती साहू, मधुमाला, संजना साहू, मधु तांती, सुधा यादव, शीलू साहू, ममता सिंह, लकी कौर, काजू शांडिल, तजिंदर सिंह जॉनी, रंजीत सिंह, जसवंत सिंह, ऋषव सिंह, सतीश कुमार, साकेत कुमार समेत सैकड़ों अन्य कार्यकर्ताओं का सराहनीय योगदान रहा।